polotno 1 compressed 1

Textile Engineering – टेक्सटाइल इंजीनियरिंग

Textile Engineering – टेक्सटाइल इंजीनियरिंग

टेक्सटाइल इंजीनियरिंग : किसी भी देश की ग्रोथ में बहुत सी इंडस्ट्रीज का कंट्रीब्यूशन रहता है जैसे इंडियन जीडीपी में एग्रीकल्चर मैन्युफैक्चरिंग सर्विसेस कंस्ट्रक्शन फिशिंग एग्रीकल्चर एंड अलाइड और बैंकिंग जैसे और भी ढेर सारे सेक्टर्स का रोल है सबसे ज्यादा कंट्रीब्यूट करता है सर्विस सेक्टर 

वहीं हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश की इकॉनमी में बीते कई सालों से टेक्सटाइल इंडस्ट्री का दबदबा है अब जैसे आप इस लिंकडन पोस्ट को ही देखिए इस पोस्ट में आगे लिखा है कि बांग्लादेश एक्सपोर्ट प्रमो ब्यूरो के मुताबिक फिस्कल ईयर 2020 से 2021 में बांग्लादेश के टोटल एक्सपोर्ट में क्लोथिंग इंडस्ट्री का कंट्रीब्यूशन था 84 % और क्लोथिंग इंडस्ट्री या टेक्सटाइल इंडस्ट्री ने बांग्लादेश की जीडीपी में 18% का योगदान दिया था कपड़े की किसी भी इंटरनेशनल ब्रांड में लगे टैग को पढ़ने में आप पाएंगे कि ज्यादातर कपड़े मेड इन बांग्लादेश है 

ऑब्जर्वेटरी ऑफ इकोनॉमिक कॉम्प्लेक्शन यानी कि ओईसी के टेक्सटाइल्स डटा 2020 की माने तो टॉप 10 टेक्सटाइल पोर्टर्स में बांग्लादेश तीसरे और इंडिया पांचवें पायदान पे है मतलब इंडिया में भी टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़कर करियर बनाने का बहुत ज्यादा स्कोप है और इसलिए आज का यह पोस्ट डेडिकेटेड है

 

टेक्सटाइल इंजीनियरिंग पर 2021 में इंडियन टेक्सटाइल इंडस्ट्री का मार्केट साइज था 223 बिलियन डॉलर जो कि 2030 तक 250 बिलियन डॉलर्स तक पहुंच सकता है 

तो क्या है टेक्सटाइल इंजीनियरिंग 

इसे समझे तो टेक्सटाइल इंजीनियरिंग एक ऐसा फील्ड है जो टेक्सटाइल डिजाइन डेवलपमेंट और इनकी मैन्युफैक्चरिंग से डील करता है टेक्सटाइल इंजीनियर्स का काम होता है वाइड वरायटी के फैब्रिक्स फ्लेक्सिबल मटेरियल जैसे क्लोथिंग कारपेट्स टॉवल्स रोप्स और भी ढेर सारे टेक्सटाइल का प्रोडक्शन और प्रोसेसिंग का काम देखना 

टेक्सटाइल इंजीनियरिंग दरअसल मैकेनिकल केमिकल और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग का कॉमिनेशन है जो इनोवेटिव फैब्रिक्स अपैरल्स और दूसरे टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स को डेवलप करता है टेक्सटाइल में बने अलग-अलग फाइबर्स फैब्रिक्स और उनकी फिनिशिंग को चेक करना मशीन डिजाइन करना रॉ मटेरियल से एक फिनिश्ड टेक्सटाइल प्रोडक्ट डिलीवर करना भी टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में आता है 

वैसे एक टेक्सटाइल इंजीनियर के रोल और उसकी जिम्मेदारियों को समझा जाए और वो भी डिटेल में तो आपको यहां पर ज्यादा क्लेरिटी मिलेगी जैसे कि एक टेक्सटाइल इंजीनियर को रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर फोकस करना पड़ता है एग्जांपल के लिए नए मटेरियल को डेवलप करना और एजिस्टिफाई बर्स यार्न्स और फैब्रिक स्ट्रक्चर्स की स्ट्रेंथ ड्यूरेबल और कंफर्ट लेवल को भी बढ़ाना होता है टेक्सटाइल इंजीनियर्स का एक और जरूरी काम है प्रोडक्ट डिजइन करना जैसे क्लोथिंग कारपेट्स अब होस्ट से लेकर के लगभग हर तरह के टेक्सटाइल का डिजाइन करना और उनकी एस्थेटिक्स फंक्शनैलिटी और परफॉर्मेंस को चेक करना प्रोसेस ऑप्टिमाइजेशन का काम देखना भी टेक्सटाइल इंजीनियर्स की जिम्मेदारी होती है जैसे मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस में एफिशिएंसी को बढ़ाना कॉस्ट को कम करना और प्रोडक्ट क्वालिटी इंप्रूव करना इसके लिए उन्हें स्पिनिंग वीविंग डाइंग फिनिशिंग और नीडिंग तक के प्रोसेस में शामिल रहना पड़ता है 

क्वालिटी कंट्रोलर के तौर पर कपड़ों की स्ट्रेंथ कलर फास्टनेस श्रिंकेज और अपीयरेंस देखने के साथ-साथ सस्टेनेबिलिटी भी देखनी पड़ती है जिसमें इको फ्रेंडली फाइबर्स डेवलप करना डाइंग मेथड्स और रीसाइकलिंग टेक्निक्स को मिनिमाइज करना भी शामिल होता है 

इसके अलावा कंप्लायंस एंड रेगुलेशंस का पालन करते हुए टेक्सटाइल इंडस्ट्री के रेगुलेशंस और स्टैंडर्ड्स रिलेटेड सेफ्टी को इंश्योर करना एनवायरमेंट पर पड़ने वाले असर को कम करना पोल्यूशन कंट्रोल और इंडस्ट्री की ओवरऑल परफॉर्मेंस को बढ़ाना भी टेक्सटाइल इंजीनियर का काम होता है 

चलिए अब समझते हैं टेक्सटाइल इंजीनियर बना कैसे जाए 

टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के लिए कैंडिडेट का साइंस स्ट्रीम से विद फिजिक्स केमिस्ट्री एंड मैथ मिनिमम 50% मार्क्स के साथ क्लास 12थ पास करना जरूरी होता है टेक्सटाइल इंजीनियरिंग में अगर आप ग्रेजुएशन करना चाहते हैं तो फिजिक्स मैथमेटिक्स एंड केमिस्ट्री के साथ क्लास 12थ पास करके आपको जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन क्वालीफाई करना होगा जिसमें जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड दोनों शामिल हैं 

तब जाकर आप किसी इंजीनियरिंग कॉलेज में टेक्सटाइल इंजीनियरिंग को चूज कर पाएंगे पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए स्टूडेंट के पास बीटेक या बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री होनी ही चाहिए अगर आप 4 साल की बैचलर्स डिग्री इन टेक्सटाइल इंजीनियरिंग या टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी पूरी कर लेते हैं तो इस इंडस्ट्री में काम करने का रास्ता खुल जाता है या फिर आगे आप पोस्ट ग्रेजुएशन भी पसू कर सकते हैं वैसे जेईई की तैयारी कैसी करनी है इसे से कैसे क्वालीफाई किया जा सकता है इसके ऊपर आपको य्हरेड  पर एक सेपरेट पोस्ट मिल जाएगा प्लीज उसे जाकर एक्सप्लोर जरूर करें सिलेबस की बात करें तो बेसिक्स ऑफ इंजीनियरिंग के बाद

04:40

केमिस्ट्री फॉर टेक्नोलॉजिस्ट बेसिक्स ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी टेक्नोलॉजी ऑफ प्री स्पिनिंग प्रोसेस टेक्नोलॉजी ऑफ प्री वीविंग प्रोसेस कैरेक्टरिस्टिक ऑफ टेक्सटाइल फाइबर्स एनवायरमेंटल साइंसेस टेक्नोलॉजी ऑफ वोवन फैब्रिक मैन्युफैक्चर टेक्नोलॉजी ऑफ यार्न स्पिनिंग निटिंग टेक्नोलॉजी टेक्नोलॉजी ऑफ मैन्युफैक्चर्ड फाइब प्रोडक्शन स्पिनिंग प्रोसेस लेबोरेटरी फाइबो साइंस लेबोरेटरी टेक्सटाइल क्वालिटी इवेलुएशन केमिकल प्रोसेसिंग ऑफ टेक्सटाइल मटेरियल गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी जैसे ढेर सारे टॉपिक्स कवर किए जाते हैं 

वह भी प्रोजेक्ट्स के साथ टेक्सटाइल इंजीनियरिंग कोर्सेस की बात करें 

तो एक स्टूडेंट बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन टेक्सटाइल केमिस्ट्री बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग इन टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन मैन मेड फाइबर टेक्नोलॉजी डिप्लोमा इन टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी  या टेक्सटाइल इंजीनियरिंग बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी इन टेक्सटाइल एंड कार्पेट टेक्नोलॉजी मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी इन टेक्सटाइल केमिस्ट्री मास्टर ऑफ इंजीनियरिंग इन टेक्सटाइल और मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी इन टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेस कर सकता है 

अब अगर आपका सवाल है कि यह सब कोर्सेस करना कहां से हैं 

तो जवाब है अन्ना यूनिवर्सिटी चेन्नई जहां आप बीटेक इन अपैरल टेक्नोलॉजी कर सकते हैं वीर माता जीजाबाई टेक्नोलॉजिकल इंस्टिट्यूट मुंबई में आप बीटेक इन टेक्स्ट ल इंजीनियरिंग श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर में आप बीटेक इन टेक्सटाइल इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी मुंबई में बीटेक इन फाइबर्स एंड टेक्सटाइल प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजी जालंधर के डॉ बी आर अंबेडकर नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और कोयम भटूर की पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी में भी बीटेक इन टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की फैसिलिटी है वैसे इंजीनियरिंग करने के साथ-साथ 

अगर आप टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़ी सही स्किल सेट डेवलप कर पाए तो बहुत ही अच्छा इससे जॉब मिलने में आसानी हो जाती है इस यह टेक्निकल नॉलेज के अलावा क्रिएटिविटी प्रॉब्लम सॉल्विंग कम्युनिकेशन टीम वर्क अटेंशन टू डिटेल और इंडस्ट्री से जुड़ी कमर्शियल अवेयरनेस भी होनी जरूरी है टेक्सटाइल इंजीनियरिंग करने के बाद एक कैंडिडेट को जिन प्रोफाइल्स पर आसानी से काम मिल सकता है वह है प्रोडक्शन इंजीनियर इनका काम डायरेक्टली रिलेटेड होता है टेक्सटाइल फैक्ट्री के प्रोडक्शन से मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस को सुपरवाइज करना क्वालिटी वर्क का ध्यान रखना सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को मेंटेन करना और प्रोडक्शन इंप्रूव करने के लिए प्लांस बनाना कॉ लेबर आदि को मैनेज करना भी इन्हीं का काम होता है 

टेक्सटाइल इंडस्ट्री में टेक्सटाइल इंजीनियर क्या  काम होता है

टेक्सटाइल इंडस्ट्री में टेक्सटाइल इंजीनियर का काम होता है फैब्रिक्स की क्वालिटी बनाए रखने के लिए प्लानिंग करना फैब्रिक्स को डेवलप करना और मेंटेन करना कपड़ों का कलर साइज और डिजाइन चूज करने का काम भी इन्हें ही देखना होता है वहीं टेक्सटाइल इंडस्ट्री में एक प्रोसेस इंप्रूवमेंट इंजीनियर का काम होता है फैक्ट्री में इंप्रूवमेंट से रिलेटेड चीजें इंप्लीमेंट हो रही है या नहीं स्टैंडर्ड प्रोसीजर्स डेवलप हो रहे हैं या नहीं और क्वालिटी कंट्रोल सिस्टम लागू हो रहा है या नहीं यह सारी चीजें मॉनिटर करना 

टेक्सटाइल इंडस्ट्री में एक और क्वालिटी कंट्रोल सुपरवाइजर सैंपल इवैल्यूएशन सैंपल हैंडलिंग प्रोडक्शन प्रोसेस और एंप्लॉई परफॉर्मेंस को एसेस करने जैसे कामों में शामिल रहता है 

फैक्ट्री के कस्टमर्स की डिमांड को ध्यान में रखते हुए इन्हें क्वालिटी स्टैंडर्ड सेट करने होते हैं और सभी डिपार्टमेंट्स को गाइड भी करना होता है 

टेक्सटाइल इंडस्ट्री में एक मैनेजमेंट ट्रेनी लगभग सभी तरह के प्रोसेस में इंवॉल्व रहता है जैसे क्वालिटी एनालिसिस प्रोडक्शन सपोर्ट प्लानिंग और सीनियर्स को उनके काम में मदद करना वगैरह है इसके अलावा आप प्रोफेसर या लेक्चरर भी बन सकते हैं जो कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री को शार्प माइंड देने में अपना योगदान देंगे टेक्सटाइल एंड फैशन डिजाइनिंग के कोर्सेस डेवलप करना स्टूडेंट्स को पढ़ाना कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में लेक्चर देना स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स में मदद करना रिव्यू करना और इंटर्नशिप जैसे काम में मदद करना भी प्रोफेसर या लेक्चरर का काम होता है 

टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद जॉब केसे ले 

अब रही बात टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद जॉब की तो रेमंड ग्रुप राज स्थान पेट्रो सिंथेटिक्स ग्रासिम इंडस्ट्रीज अरविंद मिल्स लिमिटेड बॉम्बे डाइंग जेसीटी मिल्स मावत लाल डेनिम लक्ष्मी मिल्स आरआईएल टेक्सटाइल्स भीलवाड़ा ग्रुप और reliance  सेक्टर्स में एंप्लॉयड होते हैं वह हैं टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स जैसे स्पिनिंग मिल्स अपैरल फैक्ट्रीज टवेयर यूनिट्स वगैरह है यहां पर डिजाइन प्रोडक्शन और क्वालिटी एश्योरेंस जैसे कामों में शामिल होना पड़ता है टेक्सटाइल रिसर्च इंस्टीट्यूट्स एंड इनोवेशन सेंटर्स जहां पर ज्यादातर टेक्सटाइल इंजीनियर्स को नए-नए मटेरियल और प्रोसेस डेवलप करने के लिए रिसर्च एंड डेवलपमेंट का काम देखना होता है 

टेक्सटाइल मशीनरी और इक्विपमेंट कंपनीज में काम करने का मौका मिलने पर एक टेक्सटाइल इंजीनियर को डिजाइन डेवलपमेंट और टेस्टिंग जैसे प्रोसेस हैंडल करने पड़ते हैं टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन लैब्स में टेक्सटाइल प्रॉपर्टीज की एनालिसिस और इवैल्यूएशन देखनी होती है टेक्निकल और मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म्स में प्रोसेस ऑ ऑप्टिमाइजेशन का प्रोसेस देखना होता है साथ ही टेक्सटाइल इंजीनियर्स ही गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशंस के सेट किए गए स्टैंडर्ड्स एंड पॉलिसीज से डील करते हैं 

टेक्सटाइल इंजीनियर को मिलने वाली सैलरी क्या है 

अब रही बात टेक्सटाइल इंजीनियर को मिलने वाली सैलरी की तो इंडिया में सैलरी रेंज है सालाना 1 लाख से लेकर के 7 लाख वहीं एवरेज एनुअल सैलरी है लगभग 45 लाख एक्सपीरियंस और नॉलेज बढ़ने के साथ आपकी सैलरी भी बढ़ती है जॉब सर्चिंग पोर्टल्स पर भी आपको टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की जॉब ओपनिंग दिख जाएंगी अगर आप google में इंडियन टेक्सटाइल और अपैरल मार्केट 165 बिलियन डॉलर आंकी गई थी इसमें 125 बिलियन डॉलर तो डोमेस्टिक मार्केट ही है और एक्सपोर्ट के तौर पर इंडिया 40 बिलियन डॉलर के टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स बाहर भेजता है अंदाजा लगाया गया है कि इंडियन टेक्सटाइल मार्केट 10 पर सीएजीआर रेट से बढ़ते हुए 2030 तक 350 बिलियन डॉलर का हो जाएगा 

तो अगर आप एक ब्राइट फ्यूचर का सपना देखते हैं और इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो अपने इंटरेस्ट के हिसाब से टेक्सटाइल इंजीनियरिंग को चूज कर सकते हैं वैसे कपड़ों की जरूरत हर इंसान को पड़ती है और जहां जरूरत है वहां डिमांड और जॉब अपॉर्चुनिटी हमेशा ही बनी रहती हैं उम्मीद करते हैं टेक्सटाइल इंजीनियरिंग पर आज आपको काफी कुछ जानने को मिला होगा अपने ऑपिनियंस आप कमेंट सेक्शन में जरूर शेयर कीजिएगा और नॉलेज बांटने से बढ़ती है तो पोस्ट को शेयर करना तो आपको भूलना ही नहीं है ऐसे ढेर सारे एजुकेशनल मोटिवेशनल और सपोर्टिव पोस्ट  के लिए जुड़े रहिए य्हरेड  के साथ और अगर अभी तक आपने सब्सक्राइब नहीं किया है तो लगे हाथ य्हरेड  वेबसाइट को सब्सक्राइब करके बेल आइकन को प्रेस कर दीजिए ताकि ऐसी पोस्ट आपको हमेशा मिलते रहे तो मैं संदीप  पारिक आपसे कहूंग फिलहाल के लिए धन्यवाद

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top
10 रोचक तथ्य: सोलर सस्ता है फिर भी क्यों नहीं इस्तेमाल करते? 9 Tips to Adopting a Plant-Based Diet 10 Effective Tips to Build Wealth धन बनाए रखने के लिए 10 प्रभावी टिप्स किसी कंपनी में सीईओ (CEO) की भूमिका क्या है? 15 Tips to Grow Your Online Business in 2023 यूपीआई से पैसे गलत जगह गए? जानिए 15 छुपे रहस्यमय तथ्य जो आपको हैरान कर देंगे! धनतेरस क्यों माना जाता है: 10 छुपे और चौंका देने वाले तथ्य दीपावली: 10 गुप्त और अद्भुत तथ्य जो आपको हैरान कर देंगे 15 सुपर रहस्यमयी तथ्य: जानिए लड़कियों के प्यार में छिपे संकेत हिंदी गीत एल्बम रिलीज के रहस्य: 10 आश्चर्यजनक तथ्य जो आपको चौंका देंगे