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Reality of GMAT Exam

Reality of GMAT Exam

Reality of GMAT Exam –  आज के पोस्ट में बात होगी अब्रॉड  में MBA की तैयारी की। अगर आप किसी international college या university से MBA करना चाहते हैं, तो GMAT (जी-मैट) qualify करना होता है। GMAT यानि Graduate Management Admission Test. इसीलिए इस पोस्ट को अंत तक जरुर देखे.

Reality of GMAT Exam in hindi 

मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के लिए नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर कई सारे एग्जाम्स हैं जो क्वालीफाई करने के बाद आपको किसी भी कॉलेज यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट में एडमिशन मिलती है जिसे स्पेसिफिकली एमबीए की हम बात करें तो कैट मैट और सी मैट जैसे एग्जाम्स है इनमें कैट को हाई परसेंटेज से क्वालीफाई करने पर आईआईएम जैसे प्रेस्टीजियस इंस्टिट्यूट में एडमिशन मिलता है कैट की तैयारी कैसे करनी है इसके ऊपर हमारे वेबसाइट पर आपको डिटेल  पोस्ट मिल जाएगी 

आज बात होगी अब्रॉड में एमबीए की तया की अगर आप किसी इंटरनेशनल कॉलेज या यूनिवर्सिटी से एमबीए करना चाहते हैं तो जी मैट क्वालीफाई करना होता है जी मैट यानी ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट जी मैट दरअसल जीमक या ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल का एक रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है जीमेट एग्जाम इसलिए भी वैल्युएबल है 

क्योंकि दुनिया भर के 2300 से ज्यादा ग्रेजुएट बिजनेस स्कूल्स में 7000 से ज्यादा प्रोग्राम्स के लिए जीमेट एक्सेप्ट होता है एमबीए मास्टर ऑफ अकाउंटेंसी मास्टर ऑफ फाइनेंस जैसे ढेर सारे प्रोग्राम्स में एडमिशन पाने के लिए जीमेट एक स्टैंडर्ड ग्लोबल एग्जाम है जीमेट को ऑनलाइन मोड पे कंडक्ट करवाया जाता है और दुनिया भर के 114 देशों में इसके एग्जाम सेंटर्स हैं 

दुनिया भर के स्टूडेंट्स के बीच इंटरनेशनल लेवल पर एमबीए करने वाले एस्परेंस के बीच जीमेट को नंबर वन चॉइस माना जाता है हालांकि 2012 से 2021 के बीच जीमेट देने वाले स्टूडेंट्स में कमी आई है क्योंकि ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या काफी ज्यादा बढ़ी है जिन्होंने ऐसे एमबीए प्रोग्राम का ऑप्शन चूज किया जिसमें जीमेट की जरूरत नहीं पड़ती है 

जीमेट कंडक्ट करवाने वाली बॉडी ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल के अकॉर्डिंग 2017 में दुनिया भर के ा लाख से ज्यादा एमबीए एस्परेंस ने जीमेट दिया था लेकिन 2021 के आते-आते टोटल ढ लाख स्टूडेंट ने ही इस एग्जाम को अटेंड किया 

इस एग्जाम को देने वाले कैंडिडेट्स में थर्ड लार्जेस्ट स्टूडेंट्स इंडिया से है 2017 में इंडिया के 32000 से थोड़े ज्यादा कैंडिडेट्स ने जी मैट दिया था वहीं 2 के आते-आते यह संख्या 27000 तक घट गई थी लेकिन आज भी इसकी पॉपुलर कम नहीं हुई है 

चलिए जी-मैट का एक ओवरव्यू करते हैं फिर इसकी डीप स्टडी करेंगे और इसकी तैयारी कैसे करनी है

 यह भी डिस्कस करेंगे जीमेट के बेसिक्स की हम बात करें तो यह टोटल 17 मिनट यानी 3 घंटे 7 मिनट का एग्जाम है जिसे ऑनलाइन या ऑफलाइन मोड में देना होता है इसकी एकलौती भाषा है इंग्लिश और स्कोर है 200 से 800 के बीच 

इसके सेक्शंस की बात करें तो एनालिटिकल राइटिंग इंटीग्रेटेड रीजनिंग टिव एप्टीट्यूड सेक्शन और वर्बल रीजनिंग सेक्शन से कैंडिडेट की काबिलियत आंकी जाती है इसे देने के लिए कैंडिडेट का ग्रेजुएट होना जरूरी होता है और इसे साल में मैक्सिमम पांच बार और लाइफ टाइम में आठ बार ही दिया जा सकता है एनालिटिकल राइटिंग में एक ही टॉपिक पर ऐसे राइटिंग आती है जिसे 30 मिनट में वर्बल वाले सेक्शन के लिए 36 क्वेश्चंस को 65 मिनट्स में इंटीग्रेटेड रीजनिंग के 12 क्वेश्चंस को 30 मिनट्स में और क्वांटिटेशन के 31 क्वेश्चंस को 62 मिनट्स में पूरा करना होता है 

अब बात करते हैं इसकी तैयारी की सबसे पहले सिलेबस की बात की जाए

 तो एनालिटिकल राइटिंग एग्जामिनेशन पूरी तरह से ब्रेन स्टॉर्मिंग के ऊपर होता है जहां पर आपको ये कैसे लिखना होता है यह कंपलसरी होता है और इसके लिए 30 मिनट मिलते हैं टॉपिक साइंस मैनेजमेंट इवेंट्स स्पोर्ट्स जैसे ढेर सारे सब्जेक्ट से कुछ भी हो सकता है 

कुछ भी मतलब कुछ भी यहां पर मार्क्स तय होता है कैंडिडेट के राइटिंग स्टाइल के ऊपर एसे राइटिंग दो तरह के आते हैं आर्गुमेंट बेस्ड एसेज और इशू बेस्ड एसेज इसलिए एक बैलेंस्ड ऑप्शन देते हुए आपको अपने राइटिंग स्टाइल टोन और राइट अप के स्ट्रक्चर पर फोकस करना होता है 

इंटीग्रेटेड रीजनिंग की बात करें 

तो ये एक नया सेक्शन है जो कि हाल ही में जीमेट सिलेबस में जोड़ा गया था यहां पर 12 क्वेश्चंस को 30 मिनट में सॉल्व करना होता है जैसे ग्राफिकल इंटरप्रिटेशन टेबल एनालिसिस टू पार्ट एनालिसिस और मल्टी सोर्स जिसमें पैसेजेस टेबल्स ग्राफिकल रिप्रेजेंटेशंस या इन सब का कॉमिनेशन भी होता है इसे एक स्कोरिंग सेक्शन माना जाता है और स्टूडेंट अगर इसकी प्रैक्टिस करें तो इसमें अच्छे मार्क्स हासिल कर सकते हैं 

जी मट के सिलेबस का हाईएस्ट स्कोरिंग सेक्शन है क्वांटिटेशन रीजनिंग इसके दो पार्ट्स हैं डाटा सफिशिएंसी और प्रॉब्लम सॉल्विंग दोनों पार्ट से सेम क्वेश्चंस आते हैं और 62 मिनट का टोटल टाइम मिलता है इस सेक्शन को भी प्रैक्टिस से ही क्रैक कर सकते हैं जीमेट के क्वांटिटेशन सेक्शन के लिए मैथमेटिक्स में ज्योमेट्री अरिमिल्ली मेंट्री अलजेब्रा प्रॉपर्टीज ऑफ इंटी जर्स रेशो प्रोपोर्शन एक्सपोटल नियर इक्वेशन और परम्यूटेशंस एंड कॉमिनेशन जैसे क्वेशंस में आपका हाथ मजबूत होना चाहिए 

जीमेट एप्लीकेंट की स्पोकन इंग्लिश प्रोफिशिएंसी चेक करने के लिए वर्बल रीजनिंग सेक्शन होता है जहां पर 36 क्वेश्चंस होते हैं और टाइम आपको मिलता है 65 मिनट्स वर्बल रीजनिंग के रीडिंग कंप्रीहेंशन वाले हिस्से में मल्टीपल चॉइस सवाल पूछे जाते हैं और एनटायर पैसेज को पढ़ कर के आंसर करना होता है वहीं क्रिटिकल रीजनिंग में आर्गुमेंट बेस्ड क्वेश्चंस होते हैं और सपोर्ट या अगेंस्ट में वैलिड रीजन के साथ आर्गुमेंट देना होता है 

आखिर में होता है सेंटेंस करेक्शन जहां पर किसी भी सेंटेंस का एक हिस्सा अंडरलाइंड होता है जिसे सही करना होता है बेसिकली ग्रामेटिकल एरर्स को चेक करना होता है और करेक्ट करना होता है 

अब अगला सवाल है कि जी-मैट में कितना स्कोर करने पे उसे एक अच्छा स्कोर कह सकते हैं

 

तो इसका अंदाजा जब लग जाएगा तो आपको किस तरह की तैयारी करनी है उसकी भी क्लेरिटी मिल जाएगी हालांकि ये कैंडिडेट के एफर्ट्स के ऊपर डिपेंड करता है जी-मैट के डाटा के मुताबिक जीमेट देने वाले 2 थर्ड कैंडिडेट्स 400 से 600 के बीच स्कोर करते हैं व जिनका परसेंटाइल 90 से ऊपर रहता है वह 710 या उससे ज्यादा भी स्कोर करते हैं 

यूएसए में कुछ मोस्ट कंपटिंग बिजनेस प्रोग्राम्स के लिए 90 परल स्कोर करने वाली कैंडिडेट्स को प्रेफरेंस मिलती है जैसे 2022 में कोलंबिया बिजनेस स्कूल में एमबीए के लिए एंट्री मिली थी 

  • 729 स्कोर करने वालों को हार्वर्ड बिजनेस स्कूल में 2024 के लिए एमबीए में एंट्री मिली थी 
  • 730 स्कोर करने वालों को स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस में 2023 बैच के एमबीए स्टूडेंट्स को 
  • 737 जी मैट स्कोर पे एडमिशन मिला था और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के बर्कली हास स्कूल ऑफ बिजनेस में 
  • 730 जी मैट स्कोर करने वालों को एमबीए प्रोग्राम में सिलेक्ट किया गया था 

जी-मैट के लिए आप कितने तैयार हैं इसे जांचने का सबसे बढ़िया तरीका है प्रैक्टिस टेस्ट ये आपकी तैयारी को बूस्ट भी करता है और आपकी अंडरस्टैंडिंग भी बढ़ती है इसका एक और बेनिफिट यह है कि आप जीमेट टेस्ट के फॉर्मेट और टाइमिंग से रूबरू हो जाते हैं

तो आपको अपनी गलती भी अच्छे से समझ में आती है और अपनी स्ट्रेंथ भी तो जब भी जी मैट प्रैक्टिस टेस्ट आप दे तो माहौल ऐसा होना चाहिए कि आप रियल एग्जाम दे रहे हैं इससे आप टाइम मैनेज भी कर पाएंगे और अपनी परफॉर्मेंस को एनहांस भी कर पाएंगे वैसे हर प्रैक्टिस टेस्ट के बाद में खुद का एनालिसिस करना भी जरूरी है कि पिछले टेस्ट के मुकाबले इस बार मेरी तैयारी बेहतर हुई है या नहीं जीमेट की तैयारी साल भर से कीजिए चाहे 6 महीने पहले से या 3 महीने पहले से हफ्ते में एक या दो बार पढ़ने से कुछ नहीं होगा पांच या छ दिन कम से कम कंसिस्टेंट लर्निंग से ही आप इंप्रूव कर पाएंगे क्योंकि देखते ही देखते समय बीत जाता है 3 महीने का प्रिपरेशन टाइम तो यूं ही निकल जाता है अपने लिए कम से कम सिक्स फुल लेंथ प्रैक्टिस टेस्ट का टाइम निकालिए जब एक महीने की पढ़ाई पूरी हो जाए 

तो पहला प्रैक्टिस टेस्ट दीजिए एक और प्रैक्टिस टेस्ट छ हफ्तों के बाद दीजिए और अगले फोर प्रैक्टिस टेस्ट आने वाले चार हफ्तों में और आखिरी टेस्ट एक्चुअल टेस्ट से एक हफ्ते पहले इतना ही नहीं हर टेस्ट के बाद कम से कम डेढ़ घंटे अपना टेस्ट पेपर इवेलुएट कीजिए सबसे बढ़िया होगा अपने स्टडी टाइम का शेड्यूल बना कर के चलना और कैलेंडर में प्रैक्टिस टेस्ट का डेट नोट करके चलना gmm25 तुरंत बाद उस नॉलेज को अप्लाई करने से आपकी लर्निंग स्ट्रांग होती है और कांसेप्ट एकदम क्लियर होते हैं 

अब पढ़ाई के बाद दिए गए प्रैक्टिस टेस्ट में क्या रिजल्ट निकला उसके बाद आपको खुद अपना एरिया ऑफ फोकस डिसाइड करना होगा जैसे कि जो आपके लिए सबसे डिफिकल्ट था और जो एग्जाम में बार-बार आता है जैसे अगर आपका रीडिंग कंप्रीहेंशन अच्छा है तो रियल एग्जाम से पहले रीडिंग कंप्रिहेंसिव आप बार-बार कर लीजिए इससे आपका कॉन्फिडेंस बूस्ट होगा 

जहां तक बात है स्टडी मटेरियल की तो कैंडिडेट्स को बेस्ट एंड एक्सपर्ट रेकमेंडेड जीमेट बुक्स को ही प्रेफरेंस देनी चाहिए 

अच्छा स्कोर यानी आप अपने ड्रीम कॉलेज के और भी करीब पहुंच जाएंगे क्योंकि हार्वर्ड बिजनेस स्कूल या स्टैनफोर्ड ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के लिए कम से कम 725 जीमेट स्कोर मैंडेटरी है तो जीमेट ऑफिशियल गाइड से आपको अच्छी हेल्प मिल सकती है जैसे जीमेट ऑफिशियल गाइड जीमेट ऑफिशियल गाइड फॉर क्वांटिटेशन रिव्यू जीमेट ऑफिशियल गाइड फॉर वर्बल रिव्यू और जीमेट ऑफिशियल एडवांस्ड क्वेश्चंस वगैरह है मैन हैटन पैप जीमेट स्ट्रेटजी गाइड सेट को कंसीडर कर करें तो ऑल द जीमेट बाय मैनहैटन जीमेट ऑल द वर्बल जीमेट रीडिंग कंप्रीहेंशन जीमेट सेंटेंस करेक्शन जीमेट फाउंडेशन ऑफ मैथ जीमेट फाउंडेशन ऑफ वर्बल जैसे बुक्स भी आप ले सकते हैं 

लेकिन किताब कोई भी ले लीजिए कुछ बातें तो आपको ध्यान में रखनी ही चाहिए जैसे किताब में ऐसी स्ट्रेटजीजर करने में आपकी मदद करें किताब का अपडेटेड प्रैक्टिस क्वेश्चंस अवेलेबल हो आपके स्टडी प्लान को सपोर्ट करें जी मैट के सिलेबस और पैटर्न को फॉलो करें और आंसर कीज दें यह सब मिलकर के एक किताब की क्वालिटी को बढ़ाते हैं किताबों के अलावा gmm मैनेजमेंट एडमिशन काउंसिल ने 3600 कैंडिडेट्स के ऊपर किए गए सर्वे में पाया है कि 62 पर स्टूडेंट्स जो कि अच्छा स्कोर करते हैं वह काफी पहले तैयारी शुरू कर देते हैं 

आप जीमेट की तैयारी के लिए कोचिंग कोर्सेस भी ले सकते हैं हालांकि ये सक्सेस की गारंटी तो नहीं देते हैं पर आपको टाइम मैनेजमेंट करना सिखा देते हैं वहां वैल्युएबल इनसाइडर ट्रिक्स भी आपको मिलते हैं जो आपको एग्जाम में अपने क्वेश्चंस को सॉल्व करने में मददगार होते हैं gmatclub.com टाइम की कमी आपका स्कोर कम कर सकती है इसलिए प्रैक्टिस पेपर्स के साथ जितनी ज्यादा प्रैक्टिस कर सकते हैं उतना ही बेहतर होगा 

अगर कोई इंडियन कैंडिडेट जीमेट की तैयारी कर रहा है तो उसे इस एग्जाम को सीरियसली लेना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यह जेब पर बहुत भारी पड़ता है जी हां सही सुना एग्जाम सेंटर पर जाकर के एक बार जीमेट देने का खर्च 275 यूएस यानी कि लगभग 22000 और ऑनलाइन देने पर $300 यानी लगभग ₹2500000 मिडिल क्लास फैमिली के लिए बेयर करना थोड़ा मुश्किल होता है और जीमेट को साल में मैक्सिमम पांच बार और लाइफ टाइम में आठ बार ही दिया जा सकता है 

वैसे youtube दें या जी आरई तो जीमेट और जी आरई में सबसे बड़ा डिफरेंस यह है कि बिजनेस स्कूल्स में एडमिशन के लिए जीमेट देना होता है वहीं जीआर या ग्रेजुएट रिकॉर्ड एग्जामिनेशंस को ग्रेजुएट प्रोग्राम्स के लिए एक्सेप्ट किया जाता है जैसे बिजनेस स्कूल्स और लॉ स्कूल्स एजुकेशनल टेस्टिंग सर्विस यानी कि ईटीएसआई करवाया जाता है और इसमें कैंडिडेट की वर्बल और क्वांटिटेशन रीजनिंग क्रिटिकल थिंकिंग और एनालिटिकल राइटिंग स्किल्स जांची जाती है सात ही साल में मैक्सिमम पांच बार जी आरई दिया जा सकता है अगर कोई एक से ज्यादा बार टेस्ट दे रहा है तो उसके पास इस बात की आजादी होती है कि किस स्कोर को वह भेजना चाहता है 

जिस कॉ कॉलेज या यूनिवर्सिटी में वह अप्लाई कर रहा है जी आरई को 3 घंटे 45 मिनट में पूरा करना होता है प्लस 10 मिनट का ऑप्शनल ब्रेक भी मिलता है और फीस के लिए $5 चुकाने होते हैं 

जीमेट और जी आरई में कौन सा एग्जाम इजी है इसे डिस्कस करें तो जी आरई का क्वांटिटेशन जीमेट के क्वांटिटेशन भी मिलता है 

हालांकि जीआर में ज्योमेट्री के सवाल ज्यादा है और जीमेट में लॉजिकल रीजनिंग के सवाल अब देखा जाए तो मेजोरिटी ऑफ स्कूल एप्लीकेंट्स जीमेट देना प्रेफर करते हैं पर बिजनेस स्कूल्स में जी आरई के स्कोर्स भी एक्सेप्ट होते हैं तो आपको जीमेट देना चाहिए या जी आरई यह आप कुछ इस तरीके से डिसाइड कर सकते हैं आपका एकेडमिक गोल क्या है यह समझना जरूरी है एग्जांपल के लिए अगर अलग-अलग ग्रेजुएट प्रोग्राम्स के लिए आप अपना ऑप्शन खुला रखना चाहते हैं तो गो फरज आरई और अगर आप किसी बिजनेस स्कूल में ही एडमिशन लेना चाहते हैं तो जीमेट सही रहेगा 

अगर आप किसी पर्टिकुलर कंट्री के लिए किसी प्रेस्टीजियस कॉलेज में दाखिला चाहते हैं तो अच्छा रहेगा कि पूछ लीजिए वहां पर जीमेट और जी आरई में किसे वरीयता दी जाती है फिर आप सही डिसीजन ले पाएंगे आपके एकेडमिक स्ट्रेंथ पर भी जीमेट या जी आरई की चॉइस डिपेंड करती है 

अगर आप मैथमेटिक्स में अच्छे हैं तो जीमेट के लिए जा सकते हैं और अगर आपकी वर्बल स्किल्स अच्छी है तो जी आरई देना सही रहेगा क्योंकि जी आरई में वोकैबुलरी काफी इवॉल्वड रहती है इसलिए नॉन नेटिव इंग्लिश स्पीकर्स के लिए जी आरई एक टफ चॉइस हो जाती है एग्जाम पैटर्न को कंसीडर करें तो जी आरई में स्किप किए हुए 

सवाल पे वापस आने का ऑप्शन मिलता है इससे कैंडिडेट्स थोड़ा कंफर्टेबल महसूस करते हैं जी आरई के किसी स्कोर को आप सबमिट करना चाहते हैं तो इसकी खुली छूट मिलती है पर जीमेट में ऐसा नहीं है आप जिस भी बिजनेस स्कूल में अप्लाई करेंगे वहां जीमेट के सभी स्कोर्स देखे जाते हैं और कहीं-कहीं सिर्फ हाईएस्ट स्कोर ही एक्सेप्ट होता है तो आई होप इतनी जानकारी आपके लिए काफी होगी ऑल द बेस्ट आपके जीमेट या जी आरई अटेंप्ट के लिए  पोस्ट कैसा लगा जानकारी कैसी लगी कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा लाइक कर दिया है तो शेयर करना बिल्कुल ना भूले और हां जल्दी से सब्सक्राइब भी कर लीजिए ताकि कोई भी  पोस्ट मिस ना हो तो संदीप आपसे कहेगा फिलहाल के लिए धन्यवाद

 

4 thoughts on “Reality of GMAT Exam”

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