अमीर कैसे बने? इन छह जगहों पर फिजूलखर्ची बंद कर दें। Buddhist story on How to Become Rich :- yhared.com में आपका स्वागत है – आपके दैनिक जीवन को सशक्त बनाने के लिए बुद्ध-प्रेरित प्रेरणादायक और प्रेरक कहानियों का आपका स्रोत। इस पोस्ट में, हम बाधाओं और भय पर विजय पाने पर एक गहन बौद्ध कहानी प्रस्तुत करते हैं। बुद्ध के ज्ञान से सीखें और जानें कि साहस और दृढ़ संकल्प के साथ चुनौतियों पर कैसे काबू पाया जाए।
दोस्तों प्रकृति ने हमारे शरीर को पांच तत्त्वों से बनाया लेकिन कलयुग के इंसानों ने उसमें एक तत्व और अधिक कर दिया और वह है पैसा पैसों से सब चीजें नहीं खरीदी जा सकती है लेकिन पैसों से बहुत कुछ खरीदा जा सकता है एक संत प्रवचन दे रहे थे कि पैसों के पीछे मत भागो यह माया का दलदल है और इस माया के दलदल में जो फंस गया तो वह पूरी जिंदगी दुखी रहता है और वहां बैठे सभी लोग इसी बात पर तालियां बजा रहे थे उन्हें यह बात नहीं पता थी कि यह संत इसी बात को बोलने के लिए पैसा लेता है यही तो माया का खेल है जो कि इस दुनिया में बहुत कम लोग इस बात को जान पाते हैं और जिसने जान लिया उसको इस माया ने बुलंदियों की चोटी पर पहुंचा दिया
दोस्तों आज के समय में पैसा कमाना जितना मुश्किल नहीं है उससे भी ज्यादा मुश्किल है पैसों को संभाल कर रखना इस दुनिया में बहुत लोग ऐसे होते हैं जिनके पास कुछ पैसा क्या आ जाता है वो लोग घमंड में हो जाते हैं वो लोग पैसों के नियम को जानते ही नहीं आपने ध्यान दिया होगा कि सरस्वती की तस्वीर हमेशा बैठी होती है और लक्ष्मी की तस्वीर सीधी रहती है
सरस्वती यह कहती है कि मैं जल्दी आऊंगी नहीं और यदि मैं आ गई तो मैं वापस जाऊंगी नहीं क्योंकि ज्ञान इतनी आसानी से अर्जित नहीं किया जा सकता और यदि हमने एक बार किसी ज्ञान को अर्जित कर लिया तो वह ज्ञान हमसे कोई छीन नहीं सकता
लेकिन लक्ष्मी का यह नियम होता है कि वह जल्दी आ भी जाती है तो जल्दी चली भी जाती है यदि किसी इंसान को सही तरीके से रखना नहीं आया तो बहुत जल्दी उस घर से निकल जाती है आज की इस कहानी के अंदर मैं आप लोगों को छह ऐसे खर्च बताऊंगा जिसे आपको आज और अभी से ही बंद कर देना चाहिए तो ही आप पैसों के सही नियम को समझ पाएंगे आप कितना कमाते हैं यह जरूरी नहीं है आप जितना भी कमाते हैं इसमें से आप अपना खर्चा इन छह जगहों पर कम कर दो धीरे-धीरे आपके घर में धन रुकना शुरू हो जाएगा
आपको खुद को लगेगा कि सच में हमारे घर में पैसा रुकना शुरू हो गया है और अमीर बनने का सबसे पहला रास्ता यही होता है कि अपने खर्च को कम कर दो और ज्यादा पैसा कमाने का तरीका ढूंढो
तो चलिए जानते हैं इस कहानी के माध्यम से कि वह कौन सी छह चीजें हैं जहां हमें पैसा नहीं खर्च करना चाहिए तो चलिए कहानी शुरू करते हैं उससे पहले यदि आप भी महात्मा बुद्ध को दिल से मानते हैं और उनके भक्त हैं तो पोस्ट को कमेंट बॉक्स में नमो बुद्धाय जरूर लिखें यह हमारे लिए आपका आशीर्वाद होगा
एक बार की बात है एक गांव में दो औरत रहती थी एक के पास एक भैंस थी और एक के पास एक बकरी थी जिसके पास भैंस थी वह औरत सही तरीके से किसी भी चीज को संभाल कर रखना नहीं जानती थी उसकी भैस दूध तो बहुत देती थी लेकिन उसने दूध की कीमत जानी ही नहीं और वह दूध घर की बिल्ली को पीला देती थी उस दूध को ऐसे ही खर्च कर देती थी दूध को सही तरीके से उपयोग में कैसे लिया जाता है
वह औरत जानती ही नहीं थी और जिसके पास बकरी थी वह दूध की कीमत जानती थी और वह दूध के एक-एक बूंद को बचाकर रखती थी और उससे दही जमाकर घी निकाल लेती है और धीरे-धीरे वह बहुत सारा घी इकट्ठा कर लेती है अब जिसके पास भैंस थी
उसने दूध की अहमियत कभी जानी ही नहीं थी उसने कभी भी दूध से घी निकालने के बारे में सोच ही नहीं थी फिर एक दिन उसके घर में कुछ मेहमान आ जाते हैं और मेहमानों को तो रूखी रोटी नहीं खिलाया जा सकता यह तो आप हम सभी जानते हैं तो इसीलिए वह औरत उस औरत के पास जाती है जिसके पास बकरी थी उस औरत के पास से एक पाव घी ले आती है वह औरत यह कहकर घी लाती है कि मैं जल्द ही अपनी भैंस का दूध निकालकर घी निकालू तो मैं तुम्हें तुम्हारा घी वापस कर दूंगी और बकरी रखने वाली औरत उसको उधार के तौर पर घी दे देती है और फिर वह औरत अपने मेहमानों को खाना खिला देती है
उसके बाद बहुत दिन निकल जाते हैं लेकिन वह भैंस रखने वाली औरत उसको घी वापस नहीं करती ये एक दिन फिर बकरी रखने वाली औरत भैंस रखने वाली औरत के पास जाती है और कहती है कि मैं तुम्हें एक बार घी दी थी तो मैं वह घी वापस लेने आई हूं यह सुनकर वह औरत कहती है कौन सा घी तू भला मुझे घी कैसे दे सकती है मेरे पास तो भैंस है और तेरे पास तेरे पास तो बकरी है और मैं भला तुझसे घी उधार क्यों मांगूंगी मेरे पास तो इतनी अच्छी भैस है और उसका तो बहुत ज्यादा दूध होता है मैं तो खुद उससे घी निकाल लूंगी मैं भला तुझसे घी क्यों उधर लूंगी यह कहकर वो देने से मना कर देती है
और फिर बकरी रखने वाली औरत वापस आ जाती है क्योंकि उसको यह पता था कि कोई भी अब मेरी बात पर विश्वास नहीं करेगा क्योंकि उसके पास तो भैस है लेकिन फिर भी उसने कई लोगों से बोली पर इस बात को कोई मानने को तैयार ही नहीं था सबका जवाब एक सा था कि भला भैस रखने वाला इंसान बकरी रखने वाले से घी उधार क्यों लेगा यह बात कोई भी मानने को तैयार नहीं था
उसी गांव के बाहर एक गुरु रहते थे और फिर वह बकरी रखने वाली औरत उस गुरु के पास जाती है और उन्हें अपनी सारी समस्याएं बताती है उसके बाद उस गुरु ने भैस रखने वाली औरत को बुलवा हैं और फिर वह औरत भी उस गुरु के पास पहुंच जाती है और वह भी अपनी बात बताते हुए कहती हैं कि गुरुदेव यह झूठ बोल रही है मेरे पास तो भैस है और भला मैं इससे घी क्यों लूंगी
अब उस गुरु को इसका फैसला करना था कि क्या सच में भैंस रखने वाली औरत बकरी रखने वाली औरत से घी उधार ली है या नहीं क्योंकि बकरी का दूध तो बहुत कम होता है और भैंस का तो बहुत ज्यादा होता है
तो क्या जरूरत हो गई कि एक भैंस वाली को बकरी वाली से घी उधार लेना हुआ अब गुरु बहुत देर सोचते हैं और उसके बाद दोनों औरतों को अपने पास बुलाकर एक-एक लोटा पानी देते हुए कहते हैं कि यह पानी लेकर जाओ और दोनों ही अच्छे से हाथ पैर धोकर आओ अब एक लोटा पानी देखकर भैंस रखने वाली औरत कहती है कि गुरुदेव सिर्फ एक लोटा पानी से हाथ पैर कैसे धो पाऊंगी
लेकिन बकरी रखने वाली औरत उस लौटे को लेकर चली जाती है और वह अच्छे से अपने हाथ पैर धोती है और उसके बाद भी वह लौटे के अंदर कुछ पानी बचा भी लाती और वापस गुरु के पास आ जाती है लेकिन वह भैस रखने वाली औरत लौटा लेकर जाती है और उसने तो सिर्फ अपना हाथ धोया और उस लोटे को खाली करके वापस ले आती है जैसे ही वापस लाकर दोनों लौटा रखा जाता है
तभी वह गुरु कहते हैं कि भैस रखने वाली औरत ने बकरी रखने वाली औरत से घी ली थी
और उसे घी वापस करना चाहिए अब जो गांव के लोग पास में बैठे थे उन्होंने कहा गुरुदेव इससे कैसे साबित हो सकता है कि भैंस रखने वाली औरत ने बकरी रखने वाली औरत से घी उधार ली है उसके बाद वह गुरु कहते हैं कि जरा इन लोटों पर ध्यान दो इस औरत ने लौटे में इतना पानी बचा भी ली और हाथ पैर मुंह सब धोब ली यह होती है किसी भी चीज की अहमियत को समझना
दूसरी औरत ने सिर्फ मुंह धुल करर ही लौटे का सारा पानी खत्म कर दी क्योंकि उसको इस पानी की कीमत नहीं पता थी और जीस चीज की हमको कोई कदर नहीं होती वो भले ही हमारे पास कितने भी हो वह नष्ट हो ही जाती है वह खत्म हो ही जाती है और यदि हमारे पास कोई भी चीज कम है और यदि हम उसको सही तरीके से इस्तेमाल में लेते हैं और उसकी कीमत को जानते हैं तो जरूर उससे हम फायदा ले सकते हैं
जैसे कि बकरी रखने वाली औरत ने दूध बचाकर उससे मक्खन निकाली और उससे घी बनाई और भैस रखने वाली औरत को दूध की कदर नहीं थी इसीलिए इतना दूध होने के बावजूद भी उसके घर में मेहमानों के लिए घी नहीं था यह बात सत्य है उसके बाद भैस रखने वाली औरत उस गुरु के चरणों में गिर जाती है और कहती है
महाराज मुझे क्षमा कर दीजिए मैं अभी घर जाकर उसको एक वापस दे दूंगी उसके बाद वह गुरु कहते हैं कि बूंद बूंद से सागर भरता है हमारे पूर्वजों ने यह कहावत यूं ही नहीं बनाई हमारी छोटी छोटी बचत हमारे भविष्य में एक महत्त्वपूर्ण लाभ बनकर हमें मिलती है और यह बात बहुत ही कम लोग जान पाते हैं और यही बात हमारे घर में लक्ष्मी पर लागू होती है
यदि हम लक्ष्मी को बचाएंगे तो वहीं लक्ष्मी हमें भविष्य में अधिक लाभ बनकर मिलेगी
तो दोस्तों की कहानी तो आपको समझ में आ गई होगी तो आइए अब जानते हैं वह छह खर्चों के बारे में जो हमें आज से ही बंद कर देना चाहिए
सबसे पहला खर्च है दिखावे का खर्च
आपके अगल बगल में किसी ने महंगी कार ले ली तो अब आपके मन में जलन होने लगती है कि मुझे भी जल्द ही कार लेनी है और यही दिखावे का खर्च आपको पूरी उम्र गरीब बनाकर रखता है दोस्तों हम में से ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो सिर्फ दिखावे के चक्कर में ही बहुत सारा ऐसा सामान उठा लाते जैसे कि दूसरों के सामने अपना रुतबा अधिक हो सके कार ले लेना महंगे जेवर ले लेना महंगे मोबाइल ले लेना या फिर ऐसी कोई महंगी चीज खरीद लेना जिसकी हमें हमारी जिंदगी में कोई जरूरत भी नहीं होती और जब उन्हें कोई समझाता है तो कहते हैं हम किसी से कम है क्या वह लोग यह नहीं समझते हैं कि इससे हमारा सिर्फ नुकसान होता है ना कि कुछ फायदा यदि आपको सच में अमीरी के रास्ते पर चलना है तो यह सारे खर्चे सबसे पहले आपको बंद करना होगा और वही पैसा कहीं इन्वेस्ट करना सीखना होगा मैं यह नहीं कहता कि आप अपने शौक पूरे ना करें मेरे कहने का मतलब यह है जिस चीज की आपको जरूरत है बस आप वही लो किसी को देखकर कोई सामान बिल्कुल ना ले
दूसरी बात है कंपनियों की स्कीम से दूर रहना
अपने सामान की बिक्री अधिक करने के लिए अलग-अलग ब्रांड की जो कंपनियां होती हैं वह लुभाने की एक स्कीम लाती है लेकिन यह उनकी मार्केटिंग करने की रणनीति होती है
जो हम लोग समझ नहीं पाते और बहुत सारे लोग अलग-अलग स्कीम के चक्कर में कर वह चीज भी खरीद लेते हैं जिसकी उन्हें जरूरत भी नहीं होती यदि हम मार्केट में जाते हैं और हमें पता चलता है कि 50 पर डिस्काउंट के अंदर वॉच मिल रही है बल्कि हमारे घर में तो दो चार वॉच रखी हुई है
लेकिन फिर भी हम उस वॉच को खरीद लेते हैं हम लोग यह नहीं समझते कि यह सब मार्केटिंग करने की रणनीति होती है इससे हमें फायदा नहीं होता बल्कि कंपनी को ही फायदा होता है इसीलिए ऐसे शौक कभी ना पाले क्योंकि यही गरीब होने का सबसे महत्त्वपूर्ण कारण भी होता है क्योंकि जी चीज की हमें जरूरत भी नहीं है और उसी चीज में हम लक्ष्मी को खर्च कर देते हैं तो उससे हमारे घर की लक्ष्मी नाराज हो जाती है और फिर धीरे-धीरे हमारे घर से निकलने लगती है
तीसरा खर्च है कर्ज
आज के समय में ज्यादातर लोग कर्ज लेकर महंगी महंगी चीजें खरीद लेते हैं जैसे कि कार बंगला मोबाइल और फिर उसका पैसा भरते रहते हैं जैसे कि आजकल हम लोग क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं क्रेडिट कार्ड हमें पैसे खर्च करने के लिए कहता है जो पैसा हमारे पास है या फिर जो पैसा हमारे पास आने वाले हैं और उस पैसे को हम खर्च कर देते हैं तो जरा सोचिए कि हम अमीर कैसे बन पाएंगे जो पैसा हमारे पास आया ही नहीं उस पैसे को भी हम खर्च कर देते हैं और हम अमीर बनने के बारे में सोचते हैं अमीर बनने की पोस्ट देखते हैं
लेकिन उन बातों का पालन नहीं करते और बहुत लोग तो ऐसे भी होते हैं जो लोन लेकर जमीन खरीद लेते हैं और यह सोचते हैं कि जब हमें इसमें फायदा होगा तो हम लोन वापस कर देंगे लेकिन वो लोग यह नहीं समझते कि जितना हमें इसमें फायदा होगा उससे ज्यादा हमें लोन का ब्याज भरना होगा तो दोस्तों ऐसा काम कभी ना करें कर्ज लेकर कोई भी चीज ना खरीदे
चौथी और सबसे अच्छी बात यह है कि आप अपने पैसों को कैश में रखकर ही खर्च करें
कभी भी मोबाइल फोन के किसी भी ऐप का उपयोग करके पैसा खर्च ना करें आपको शायद पता नहीं होगा कि आप कोई भी सामान खरीदते हो और फिर फोन से पेमेंट करते हो तो आपको आपके पैसा खर्च होने का ज्यादा तकलीफ नहीं होता क्योंकि वो पैसा आपके जेब से नहीं जा रहा लेकिन वहीं पर यदि आप अपने जेब से पैसा निकालकर खर्च करते हैं तो आपको महसूस तो होगा कि यार पैसा खर्च हो रहा है अगर आपको यकीन ना हो तो आप ऐसा करके देख लेना मार्केट जाना और फिर किसी भी सामान का पैसा अपने फोन से पे करना जिससे आपको ज्यादा महसूस नहीं होगा कि आपका पैसा खर्च हो रहा है लेकिन जिस दिन आप अपने जेब से पैसा निकाल कर दोगे तो उस दिन आपको जरूर लगेगा कि यार पैसा जेब से जा रहा है मेरा पैसा खर्च हो रहा है ज्यादा पैसा खर्च हो रहा है
पांचवी बात आपको ध्यान रखनी है अपनी भावनाओं पर काबू रखना है
अगर आपको कोई चीज पसंद आ रही है और आप उसे खरीदना चाहते हैं तो सबसे पहले यह देख ले कि वाकई क्या इस चीज की आपको जरूरत है क्योंकि बहुत से लोग कोई चीज पसंद आने पर उसे तुरंत खरीद लेते हैं कई बार तो ऐसा भी होता है कि कोई स्कीम वाले आते हैं जो हमें लुभाने वाली चीजें लेकर आते हैं और हमें वह चीज पसंद आ जाती है और हम उसे तुरंत खरीद लेते हैं तो हमें ऐसी चीजों को लेने से बचना चाहिए हमें ऐसी चीज नहीं लेनी चाहिए बल्कि हमें सिर्फ ऐसी ही चीज लेनी चाहिए जिसकी हमें जरूरत हो
छठी और आखिरी बात यह है कि कभी भी कोई भी शौक ना पाले
आपको शायद इस बात का पता होगा कि हमारी दुनिया में महंगाई का सबसे महत्त्वपूर्ण कारण शौक है आज के समय में नॉर्मल 10000 का फोन आ रहा है और वहीं पर 2 लाख का भी फोन आ रहा है दोनों में फर्क इतना है किसी को 10000 का फोन रखने का शौक है तो किसी को 2 लाख का रखने का शौक है
हां यहां पर आदमी की अमीरी भी दर्शाती है क्योंकि अमीर आदमी महंगा फोन रखेगा तो लगेगा कि वह अमीर है तो यह शौक ही तो हुआ शौक है तभी तो उसने महंगा फोन रखा इसीलिए महंगाई का कारण है
शौक और किसी भी चीज की महंगाई नहीं है और इसीलिए लोग समय-समय पर शौक वाली चीजें बनाते रहते हैं अच्छी-अच्छी चीज बनाकर हमें लुभाने के लिए लेकर आते रहते हैं ताकि हमें वह चीज पसंद आ जाए और हम उसे तुरंत खरीद लें
क्योंकि उन्हें पता है कि ना लोगों का शौक खत्म होगा और ना ही उनका मार्केटिंग बंद होगा तो इसीलिए अपने शौक पर काबू करें जितना हो सके कम शौक करें क्योंकि शौक करने से हमारी जिंदगी नहीं चलेगी बल्कि मेहनत करने से और पैसे को अपने पास सेव करने से जिंदगी चलेगी क्योंकि आज के समय में पैसा ही सब कुछ है भले ही आज के समय में हमसे कितने भी लोग यह बात कहते हैं कि पैसा ही सब कुछ नहीं होता लेकिन यदि उनकी जिंदगी में सही तरीके से ध्यान रखकर देखा जाए तो उनके लिए पैसा ही सब कुछ होता है
वह पैसों के लिए ही इधर-उधर भाग रहे हैं और हमें कहते हैं पैसों के पीछे मत भागो तो दोस्तों इस पोस्ट में कुछ फिजूल खर्च बताने की कोशिश की है हमने ताकि उन खर्चों को आपको कंट्रोल में करना चाहिए ताकि आपके पास पैसा बचे और जरूरत के समय वह पैसा आपके काम आ सके और वह पैसा जब जरूरत के समय हमारे काम आता है तो हमारे दिल को जो शांति मिलती है वह सच में बहुत ही अद्भुत शांति होती है तो दोस्तों यह कहानी आप लोगों को कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताना पोस्ट अच्छी लगी हो तो पोस्ट को लाइक औरबेल आइकन की घंटी दबाकर ऑल पर जरूर सेलेक्ट कर लेना फिर मिलेंगे कोई अच्छी सी कहानी लेकर तब तक के लिए आप अपना ख्याल रखें नमो बुद्धाय