Contents
- 1 10 Best Tips for Option Tradingp10 Best Tips for Option Tradingp
- 2 नंबर एक बेसिक्स को समझिए
- 2.1 नंबर दो स्मॉल स्टार्ट करिए
- 2.2 नंबर तीन रिस्क मैनेजमेंट करिए
10 Best Tips for Option Tradingp10 Best Tips for Option Tradingp
क्या आप जानते हैं कि स्टॉक मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग काफी फेमस है जो थोड़े पैसे में ही ज्यादा प्रॉफिट कमाने का मौका देती है और बहुत तरीके से पैसे कमाना पॉसिबल बनाती है इसलिए इसे पसंद करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है वैसे अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं तो आज के इस पोस्ट से पहले ऑप्शन ट्रेडिंग पर बना हमारा पिछला पोस्ट जरूर देखिए ताकि आपको पता चल सके कि ऑप्शन ट्रेडिंग क्या है और यह कैसे काम करती है और उसके बाद आप इस पोस्ट के जरिए जान लीजिए ऑप्शन ट्रेडिंग करने के 10 बेस्ट टिप्स आपके अपने क्विक
सपोर्ट वेबसाइट पर और सबसे पहले ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में यह जान लेते हैं कि यह डेरिवेटिव ट्रेडिंग का एक टाइप है और एक तरह का कांट्रैक्ट होती है जिसके अकॉर्डिंग आप आने वाले समय में किसी भी शेयर को एक फिक्स टाइम तक में एक फिक्स प्राइस पर खरीदने या बेचने का राइट ले सकते हैं लेकिन यह जरूरी नहीं है कि आप उसे खरीदे या बेचे ही कि आपकी मर्जी है आप पर कोई दबाव नहीं होता यह ऑप्शन दो तरह के होते हैं कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन कॉल ऑप्शन शेयर खरीदने का हक देता है और पुट ऑप्शन शेयर बेचने का अगर आपकी उम्र 18 साल से ज्यादा है और आपके पास एक डीमेट और ट्रेडिंग अकाउंट है तो आप ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं
यह ट्रेडिंग अपने फायदों की वजह से जानी जाती है लेकिन इसके रिस्क भी उतने ही हाई होते हैं क्योंकि यह एक तरह का दांव है एक ऐसा अनुमान जो अगर आपने सही लगाया तो आप मालामाल हो जाएंगे और अगर आपका अनुमान गलत निकला तो आपका सारा पैसा एक साथ एक झटके में डूब भी सकता है और स्टॉक मार्केट में जिस तेजी से उतार चढ़ाव होते रहते हैं उसके अकॉर्डिंग ऑप्शन की कीमतें भी तेजी से बदलती रहती हैं और फिर ऑप्शन ट्रेडिंग थोड़ा लेकिन क्योंकि आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में नॉलेज होनी चाहिए और उसे करने के सही तरीके भी आपको पता हो इसलिए हम आपको बता रहे हैं ऑप्शन ट्रेडिंग करने के 10 बेस्ट टिप्स के बारे में
नंबर एक बेसिक्स को समझिए
ऑप्शन ट्रेडिंग से मालामाल होने का ख्याल अक्सर लोगों पर हावी रहता है जिसकी वजह से बिना नॉलेज लिए वह इसमें कदम रख देते हैं और भारी लॉस उठाते हैं आपको ऐसा नहीं करना है आपको ट्रेडिंग के इस तरीके को समझना है इसके बेसिक्स क्या है यानी ऑप्शन क्या है कॉल ऑप्शन का मतलब क्या है और पुट ऑप्शन का मतलब क्या है स्टाक प्राइस क्या है एक्सपायरी डेट क्या होती है और ऐसे ही बेसिक सवालों के जवाबों को जानिए और उसके बाद अगले स्टेप की तरफ आगे बढ़ी ऑप्शन कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन क्या है यह तो आपने अभी पहले जान ही लिया है तो बाकी सवालों के जवाब भी जान लेते हैं कि स् टाइक प्राइस वो कीमत होती है जिस पर पर आप शेयर खरीद या बेच सकते हैं एक्सपायरी डेट वो डेट होती है जब ऑप्शन समाप्त हो जाता है उसके बाद उसकी कोई वैल्यू नहीं रहेगी
नंबर दो स्मॉल स्टार्ट करिए
ऑप्शन ट्रेडिंग आपके लिए नया है आप टाइम के साथ इसे ज्यादा बेहतर तरीके से समझ पाएंगे इसलिए शुरुआत में कोई जल्दबाजी ना करें और अपना ज्यादा पैसा इसमें इन्वेस्ट मत करिए बिगिन लेवल पर आप बहुत कम पैसे से शुरू करेंगे तो बेहतर रहेगा यह अमाउंट आपकी टोटल मनी का 5 से 10 पर से ज्यादा ना हो क्योंकि ऑप्शन ट्रेडिंग में बहुत हाई रिस्क होता है तो ऐसे में अगर आप शुरू में थोड़ा सा पैसा लगाएंगे तो होने वाला नुकसान भी कम ही होगा यहां पर आपको प्रॉफिट का लालच करने से बचना होगा और पेशेंस बनाए रखना होगा
नंबर तीन रिस्क मैनेजमेंट करिए
अगर आप कम से कम रिस्क चाहते हैं तो हमेशा अपने इन्वेस्टमेंट की एक लिमिट को फिक्स करें और उसी के अकॉर्डिंग चले अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करके भी आप रिस्क को कम कर सकते हैं आपको पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन पर एक डिटेल पोस्ट मिल जाएगा उसे जरूर देखिएगा और अभी यह जान लीजिए कि पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन का मतलब होता है एक ही जगह इन्वेस्ट करने की बजाय अलग-अलग जगह पर इन्वेस्ट करना ताकि अगर एक जगह लॉस हो जाए
तो दूसरे इन्वेस्टमेंट से उसकी भरपाई हो सके रिस्क कम करने के लिए आपको रिस्क रिवॉर्ड रेशो का भी ध्यान रखना होगा जिसके लिए हर ट्रेड के लिए आपको यह देखना होगा कि पॉसिबल प्रॉफिट के कंपैरिजन में पॉसिबल लॉस कितना है इस तरीके से आप यह जान सकते हैं कि कोई ट्रेड करना आपके लिए फायदे का सौदा है या नहीं अगर पॉसिबल प्रॉफिट ज्यादा हो तो वह आपके लिए प्रॉफिटेबल होगा और अगर लॉस ज्यादा हो तो वो ट्रेड आपको नहीं करना चाहिए इस तरह आपका रिस्क रिवॉर्ड रेशो आपको सही डिसीजंस लेने में मदद कर सकता है और रिस्क को मैनेज करने में भी
नंबर चार स्टॉप लॉस और टेक प्रॉफिट का इस्तेमाल करें
स्टॉप लॉस और टेक प्रॉफिट ऑर्डर ऑप्शन ट्रेडिंग में किसी भी ट्रेडर के लिए कंपलसरी टूल्स हैं क्योंकि इनका सही तरह यूज करके रिस्क को काफी कम किया जा सकता है और प्रॉफिट को मैक्सिमम करना भी पॉसिबल है इनमें स्टॉप लॉस नुकसान रोकने का ऑर्डर है और टेक प्रॉफिट मुनाफा बुक करने का ऑर्डर है एग्जांपल के लिए आपने एक शेयर का ऑप्शन ₹1 में खरीदा अगर आपने इसमें स्टॉप लॉस और टेक प्रॉफिट ऑर्डर लगा रखे हैं तो ऐसे में अगर शेयर की कीमत 90 से नीचे गई तो आपका ऑप्शन ऑटोमेटिक बिक जाएगा ताकि आपका नुकसान कम हो और यह नुकसान केवल ₹ प्रति शेयर तक ही सीमित रह जाए वहीं अगर शेयर की कीमत ₹10 तक पहुंच गई तो आपका ऑप्शन अपने आप बिक जाएगा ताकि आपके प्रॉफिट को सेव किया जा सके और आपको ₹ प्रति शेयर का प्रॉफिट हो जाए
नंबर पांच एक अच्छा ब्रोकर चुनिए और ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए एक अच्छा ब्रोकर चूज करना
बहुत इंपॉर्टेंट है यह सच है कि ब्रोकर आपको सिर्फ प्रॉफिट दिलाने की गारंटी नहीं दे सकता लेकिन वो आपके ट्रेडिंग एक्सपीरियंस को बेहतर बना सकता है आपकी ट्रेडिंग रिलेटेड प्रॉब्लम्स को सॉल्व कर सकता है आपके पैसे और इंफॉर्मेशन को सेफ रख सकता है सही डिसीजन लेने में आपकी हेल्प कर सकता है और मार्केट डाटा देखने और एनालिसिस करने में भी मदद कर सकता है इसलिए एक अच्छा ब्रोकर या ब्रोकरेज फर्म को ही चू करें जरोदा अप स्टॉक्स फाइव पैसा और ग्रो ऐसी ब्रोकरेज फॉर्म्स हैं
जो आपको ऑप्शन ट्रेडिंग का प्लेटफॉर्म देती हैं इस प्लेटफॉर्म पर आप ऑप्शंस को खरीदने बेचने और अपने पोर्टफोलियो को मैनेज करने जैसी सर्विसेस ले सकते हैं लेकिन इनमें से बेस्ट ब्रोकरेज फर्म का प्लेटफॉर्म चुनते समय यह जरूर चेक करें कि उनका यूजर फ्रेंडली प्लेटफॉर्म हो ब्रोकरेज चार्जेस कम हो कस्टमर सपोर्ट अच्छा हो और ट्रेडिंग टूल्स और फीचर्स भी अदर फर्म्स के प्लेट फम से बेहतर हो यह जानने के लिए आप डिफरेंट ब्रोकरेज फर्म्स की वेबसाइट पर जाकर उनकी ऑफर की जाने वाली सर्विसेस और चार्जेस को कंपेयर कर सकते हैं और अपने लिए बेस्ट चुन सकते हैं
नंबर छह डेमो अकाउंट पर प्रैक्टिस करें
ऑप्शन ट्रेडिंग में रिस्क काफी ज्यादा होता है इसलिए एक बिगिन के लिए डेमो अकाउंट पर ट्रेडिंग सीखना बहुत हेल्पफुल रह सकता है क्योंकि ऐसा करके आप अपना असली पैसा खोए बिना ऑप्शन ट्रेडिंग की लर्निंग्स ले सकते हैं इसके लिए आप अपने ब्रोकरेज फॉर्म की वेबसाइट पर जाकर के डेमो अकाउंट के लिए रजिस्टर कर सकते हैं और फिर डेमो अकाउंट पर लॉग इन करके इस प्लेटफार्म को समझ सकते हैं इसके टूल्स चार्ट और ऑर्डर टाइप्स को जान सकते हैं इसमें आप शुरुआत में स्मॉल अमाउंट में वर्चुअल मनी से ट्रेडिंग स्टार्ट कर सकते हैं और गलतियों से सीख सकते हैं ऐसा करके आप ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए कॉन्फिडेंस डिवेलप कर सकते हैं और रियल मार्केट में उतरकर ऑप्शन ट्रेडिंग में स्मॉल अमाउंट से शुरुआत के लिए आसानी से तैयार हो सकते हैं
नंबर सात एक्सपायरी डेट का ध्यान रखें
ऑप्शन ट्रेडिंग में एक्सपायरी डेट बहुत इंपॉर्टेंट होती है क्योंकि इस डेट पर ऑप्शन कांट्रैक्ट खत्म होता है यह डेट आपके प्रॉफिट और लॉस दोनों को अफेक्ट करती है एक्सपायरी डेट करीब आने पर ऑप्शन के प्राइस में अचानक उतार चढ़ाव हो सकते हैं और इस डेट पर ऑप्शन का प्राइस जीरो हो जाता है इसलिए एक्सपायरी डेट को याद रखने के लिए आप कैलेंडर पर मार्क कर सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो को रेगुलर मॉनिटर करके भी इस डेट के लिए अवेयर रह सकते हैं और उससे पहले यह डिसाइड कर सकते हैं कि आप इस ऑप्शन कांट्रैक्ट का क्या करने वाले हैं
नंबर आठ ओवर ट्रेडिंग से बचिए
ओवर ट्रेडिंग एक कॉमन प्रॉब्लम है क्योंकि बहुत से ट्रेडर्स इसे फेस करते हैं ज्यादा प्रॉफिट के लालच में वह जरूरत से ज्यादा ट्रेडिंग करते हैं और अपने पैसों को रिस्क में डाल देते हैं आपको ऐसा नहीं करना है और इससे बचने के लिए एक क्लियर ट्रेडिंग प्लान तैयार करें जिसमें आपकी ट्रेडिंग ऑब्जेक्टिव्स रिस्क टॉलरेंस और एंट्री एंड एग्जिट पॉइंट क्लियर हो आपको इमोशनल होकर के डिसीजंस लेने से भी बचना होगा क्योंकि यहां पर इमोशन से नहीं लॉजिक से चलना ही फेवरेबल रहेगा
नंबर नौ मार्केट एनालिसिस करें
ऑप्शन ट्रेडिंग में सक्सेसफुल होने के लिए मार्केट एनालिसिस बहुत जरूरी है यह आपको सही ट्रेड लेने और रिस्क को कम करने में मदद करता है इसलिए आप फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस जरूर करें फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी के फाइनेंशियल डाटा इंडस्ट्री ट्रेंड्स और इकॉनमी के बारे में इंफॉर्मेशन ली जाती है और टेक्निकल एनालिसिस में चार्ट्स ग्राफ्स और इंडिकेटर्स का यूज करके मार्केट ट्रेंड्स का पता लगाया जाता है ज्यादा बेहतर एनालिसिस के लिए आप डेली वीकली और मंथली चार्ट्स का एनालिसिस कीजिए ताकि सही ट्रेड लेने में आपको मदद मिल सके प्रॉफिट बढ़ सके और रिस्क कम हो सके
नंबर 10 अपडेट रहिए ऑप्शन ट्रेडिंग का मार्केट बहुत तेजी से बदलता रहता है
आपको नई स्ट्रेटेजी और टेक्निक्स के बारे में अपडेट रहना होगा इसके लिए आप वाइजर से मदद लेकर ही ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करें आपको यह याद रखना होगा कि इस ट्रेडिंग में रिस्क बहुत ज्यादा होता है इसलिए लापरवाही बिल्कुल ना करें और केवल उतना ही इन्वेस्टमेंट कीजिए जितना आप खोने के लिए तैयार हो सकते हैं
तो इसी के साथ ऑप्शन ट्रेडिंग से जुड़े 10 बेस्ट टिप्स आप जान चुके हैं अब आपको यह समझना होगा कि ट्रेडिंग का यह तरीका थोड़ा भी आप इसे आजमाइश है या फिर आपका कोई पर्सनल एक्सपीरियंस है तो वो भी आप हमें शेयर कर सकते हैं लाइक ऑलरेडी आपने कर दिया है तो इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करें और काफी समय से आप थर्ड.इन वेबसाइट के साथ जुड़े हुए हैं पोस्ट देखते हैं तो लगे हाथ सब्सक्राइब भी कर लीजिए ताकि हर नोटिफिकेशन आपको सबसे पहले मिले तब तक के लिए अपने सवाल हमें भेजते रहिए मैं संदीप आपसे कहूंगी हमेशा अपने आप को अपडेट रखें ग्रो करते रहे थर्ड.इन के साथ धन्यवाद