Who is the Director of a Company? किसी कंपनी का डायरेक्टर कौन है?
Who is the Director of a Company? – क्या आप जानना चाहते हैं कि डायरेक्टर कैसे बना जाता है ? कौन डायरेक्टर बन सकता है और कौन नहीं ? डायरेक्टर की क्या responsibilities होती हैं ? डायरेक्टर्स कितने तरह के हो सकते हैं ? और डायरेक्टर बनने के लिए कौनसी स्किल्स रिक्वायर्ड होती हैं ? आई एम श्योर, कि आप ये जरूर जानना चाहेंगे क्योंकि इतनी इंफॉर्मेटिव नॉलेज को आप मिस नहीं करने वाले, और इसलिए तो हम आज के इस पोस्ट में कंपनी डायरेक्टर बनने से जुड़ी सभी जरुरी जानकारियाँ लेकर आये हैं, आप बस पोस्ट को एन्ड तक देखिये
Who is the Director of a Company? : – एक कंपनी के प्रोसेसेस को हैंडल करने के लिए और इंपॉर्टेंट डिसीजंस लेने के लिए एक डायरेक्टर की जरूरत होती है यह कंपनी डायरेक्टर एक ऑर्गेनाइजेशन की सीनियर मैनेजमेंट टीम का एक जरूरी हिस्सा होते हैं जो कंपनी के ऑब्जेक्टिव्स तक पहुंचने के लिए सिग्निफिकेंट स्ट्रेटेजिक और ऑपरेशनल डिसीजंस लेते हैं इन्हें कंपनी के इन्वेस्टर्स के इंटरेस्ट और कंपनी के एंप्लॉयज के इंटरेस्ट के बीच एक बैलेंस बनाना होता है
कंपनी एथिक्स का ध्यान रखते हुए डिसीजंस लेना भी इनकी जिम्मेदारी होती है एक डायरेक्टर की और भी काफी सारी रिस्पांसिबिलिटीज होती है और इस पोजीशन पर बने रहने के लिए उनमें हाई स्किल्स भी जरूरी होती है
एक कंपनी में डायरेक्टर्स की संख्या एक से ज्यादा भी हो सकती है और एक डायरेक्टर बनने के लिए अपने करियर में लंबी जर्नी भी तय करने की जरूरत हो सकती है तो बताइए क्या आप जानना चाहते हैं कि डायरेक्टर कैसे बना जाता है कौन डायरेक्टर बन सकता है और कौन नहीं डायरेक्टर की क्या जिम्मेदारियां होती है वो कितने तरह के हो सकते हैं और डायरेक्टर बनने के लिए कौन सी स्किल्स की जरूरत होती है आई एम श्यर कि आप यह जरूर जानना चाहेंगे क्योंकि इतनी अमेजिंग जानकारी को आप मिस नहीं करने वाले और इसीलिए तो हम आज के इस पोस्ट में कंपनी डायरेक्टर बनने से जुड़ी सारी जरूरी जानकारियां लेकर आए हैं
आप बस पोस्ट को एंड तक पढ़िए अपनी य्हरेड पर तो चलिए जानते हैं कंपनी डायरेक्टर के बारे में डिटेल में एक कंपनी डायरेक्टर वो पर्सन होता है जिसे उस कंपनी के बोर्ड मेंबर्स अपॉइंट्स मैनेज एडमिनिस्टर कंट्रोल और डायरेक्ट करता है कंपनी की डिफरेंट जरूरतों के अकॉर्डिंग एक कंपनी में कई सारे डायरेक्टर्स हो सकते हैं जो कि अलग-अलग एरियाज पर फोकस करते हैं जैसे कि मैनेजमेंट फाइनेंस और कंपनी ऑपरेशंस
एक कंपनी में डायरेक्टर्स के तीन बेसिक टाइप्स हो सकते हैं
- मैनेजिंग डायरेक्टर जो कि कंपनी के मैनेजमेंट और डिफरेंट अफेयर्स को हैंडल करता है
- एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर या होल टाइम डायरेक्टर यह डायरेक्टर फुल टाइम कंपनी को मैनेज करता है कंपनी के एक फुल टाइम एंप्लॉई की तरह काम करता है
- ऑर्डिनरी डायरेक्टर वह है जो कंपनी की बोर्ड मीटिंग्स को अटेंड करता है और डिसीजन मेकिंग में मदद करता है
इस तरह एक कंपनी में तीन बेसिक टाइप्स के डायरेक्टर्स हो सकते हैं और एक कंपनी में यूं तो कई तरह के डायरेक्टर्स हो सकते हैं जिनकी संख्या 15 भी हो सकती है और यह कंपनी के टाइप और साइज पर डिपेंड करता है जैसे कि
- वन पर्सन कंपनी के लिए मिनिमम एक डायरेक्टर हो सकता है
- एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के लिए मिनिमम दो डायरेक्टर्स हो सकते हैं
- एक लिमिटेड कंपनी के लिए मिनिमम तीन डायरेक्टर्स हो सकते हैं
एक कंपनी डायरेक्टर बनने के लिए जरूरी है कि एक पर्सन की मिनिमम एज 18 साल हो और वह ना तो बैंकर हो और ना ही किसी तरह के क्राइम में इंडल्स हो डायरेक्टर बनने के लिए खासकर एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में डायरेक्टर बनने के लिए एक पर्सन के पास डायरेक्टर आइडेंटिफिकेशन नंबर और डिजिटल सिग्नेचर होने भी जरूरी होंगे
एक कंपनी डायरेक्टर बनने के लिए बहुत सारी स्किल्स होना जरूरी है और एक कंपनी डायरेक्टर में यह सारी स्किल्स पाई जाती हैं
- स्ट्रांग डिसीजन मेकिंग एबिलिटीज मैनेजमेंट स्किल्स
- स्ट्रेटेजिक डिसीजन मेकिंग स्किल्स रिटर्न एंड वर्बल कम्युनिकेशन स्किल्स
- एनालिटिकल स्किल्स सेंसिटिविटी
- लीडरशिप इन स्किल्स के दम पर एक कंपनी डायरेक्टर जिन क्रिटिकल जिम्मेदारियों को पूरा करता है
उनमें से कुछ मेजर जिम्मेदारियां यह हैं केपीआर की परफॉर्मेंस इंडिकेटर्स क्रिएट करना आपको बता दें कि केपीआरबी होता है जो कि बताता है कि कंपनी का हर एंप्लॉई और बिजनेस अपने गोल्स को अचीव करने के लिए कैसा परफॉर्म कर रहे हैं
बिजनेस रूल्स एंड रेगुलेशंस को फॉलो करने के लिए एंकरेज करना और कंपनी के कोड ऑफ एथिक्स को फॉलो करना बिजनेस के डेली ऑपरेशंस को सुपरवाइज करना बिजनेस एक्शंस करंट लेजिस्ट एशन के अकॉर्डिंग हो इसका ध्यान रखना कंपनी रिकॉर्ड्स के सिक्योर होने को इंश्योर करना बिजनेस ऑपरेशंस के मैनेजमेंट और इंप्रूवमेंट के लिए प्लान तैयार करना
बिजनेस की ग्रोथ के लिए प्रोजेक्ट्स डेवलप करना जिसके लिए अदर एग्जीक्यूटिव्स के साथ मिलकर के काम करना
कंपनी के बेनिफिट के लिए एफिशिएंट कॉरपोरेट पॉलिसीज के डेवलपमेंट को सुपरवाइज करना ऑफिस स्टाफ के लिए हेल्दी वर्क एनवायरमेंट तैयार करना ऑर्गेनाइजेशन और उसके कमर्शियल पार्टनर्स के बीच रिलेशनशिप को हैंडल करना और कंपनी के डेवलपमेंट और सक्सेस को ट्रैक करना एक्सट्रा एक कंपनी डायरेक्टर होना वाकई में बहुत बड़ा रोल होता है जिसमें कंपनी के फंक्शंस को मैनेज करना कंपनी के गोल्स अचीव करना और कंपनी को सक्सेस दिलाने जैसी बड़ी जिम्मेदारियां शामिल होती हैं जिन्हें जान लेने के बाद अब आगे यह भी जान लेते हैं कि
एक कंपनी डायरेक्टर बनने के लिए कौन से स्टेप्स फॉलो किए जाने चाहिए
तो कंपनी डायरेक्टर बनने के लिए कोई पर्टिकुलर या स्पेसिफिक क्वालिफिकेशन नहीं होती है जनरली ऐसा कोई भी पर्सन जो एक कंपनी डायरेक्टर होने की सभी लीगल और रेगुलेटरी रिक्वायरमेंट्स को पूरी करता है वह डायरेक्टर बन सकता है
जैसे किसी पर्टिकुलर इंडस्ट्री का एक्सपीरियंस या कोई प्रोफेशनल क्रेडेंशियल तो ऐसे में खुद को क्वालिफाइड और स्किल्ड बनाने के लिए फर्स्ट स्टेप तो यही होगा
बैचलर डिग्री लेना
जो बिजनेस अकाउंटिंग और फाइनेंस में होगी तो आपके लिए ज्यादा फायदेमंद रहेंगी बैचलर डिग्री के बाद आप हायर एजुकेशन भी ले सकते हैं जिसमें एमबीए करना एक अच्छा डिसीजन होगा और यह डिग्री आपके हायर होने के चांसेस को बाकी बैचलर्स के कंपैरिजन में काफी बढ़ा भी देगी एजुकेशन के
अलावा आपको प्रोफेशनल ट्रेनिंग की जरूरत होगी जो आप इंडियाज इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स जैसे प्रोफेशनल एसोसिएशन से ले सकते हैं
इसके बाद बात आती है एक्सपीरियंस की जिसके बिना इस पोजीशन तक नहीं पहुंचा जा सकता इसलिए आप नॉन प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन के बोर्ड में वॉलेटर बनकर एक्सपर्ट
एक्सपीरियंस ले सकते हैं जो फ्यूचर डायरेक्टर बनने के लिए एक शानदार अपॉर्चुनिटी होगी एक्सपीरियंस और एक्सपर्टीज गेन करने के बाद आपको एक मेंटर की जरूरत होगी जो अगर एक एक्सपीरियंस्ड डायरेक्टर होगा तो बहुत ही अच्छा होगा
क्योंकि वह आपको एक कंपनी की इनर वर्किंग्स के बारे में बता सकेगा और उसमें आपको ऐसी टिप्स और मेथड्स का पता चलेगा जो डायरेक्टर की पोजीशन पर पहुंचने के लिए जरूरी स्किल्स को इंप्रूव करेंगे और हां एक कंपनी के करंट कंपनी डायरेक्टर को मेंटर बनाने से आपके चांसेस भी काफी हाई हो सकेंगे
एक कंपनी डायरेक्टर बनने के डायरेक्टर के साथ स्ट्रांग रिलेशन मेंटेन करने के साथ अगर आप एक कंपनी के इन्वेस्टर्स और शेयर होल्डर्स के साथ भी अच्छा रिलेशन रखेंगे तो आपके लिए पॉसिबिलिटीज काफी ज्यादा बढ़ जाएंगी
क्योंकि इन्वेस्टर्स और शेयर होल्डर्स ही तो डिसाइड करते हैं कि उस कंपनी का डायरेक्टर कौन बनेगा एक कंपनी का डायरेक्टर बनने के लिए हार्ड वर्क डेडिकेशन एक्सपीरियंस और पेशेंस की जरूरत होती है और इस पोजीशन तक पहुंचने के लिए एक कंपनी में लीडरशिप रोल के साथ अब अपने करियर की शुरुआत की जा सकती है उसके साथ रिलेवेंट क्वालीफिकेशंस और स्ट्रांग प्रोफेशनल नेटवर्क के जरिए इस पोजीशन तक पहुंचा जा सकता है और इस तरह अब आप जान चुके हैं कि एक कंपनी में डायरेक्टर का रोल कितना इंपॉर्टेंट होता है और इस पोजीशन तक पहुंचने के लिए कितना एफर्ट स्किल्स और एक्सपीरियंस रिक्वायर्ड होता है
इसलिए अगर आप भी ऐसी पोजीशन पर पहुंचने का इरादा रखते हैं तो अभी से इस डायरेक्शन में काम करना शुरू कर दीजिए और इन्हीं सारी बातों के साथ यह जानकारी यह पोस्ट आपको कैसा लगा कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा अगला कोई सवाल है तो वह लिख भेजिए बाकी अभी तक सब्सक्राइब नहीं किया है तो लगे हाथ अभी के अभी सब्सक्राइब करके बेल आइकन प्रेस कर दीजिए ताकि कोई भी पोस्ट आप कभी भी मिस ना करें संदीप मिलेगी जल्दी ही तब तक के लिए जुड़े रहिए yhared.com के साथ धन्यवाद
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Very interesting topic, regards for posting.Raise your business