Diwali से पहले भारत के लिए गुड न्यूज, China को लगा झटका :- दिवाली में कुछ ही दिन बचे हैं लोग त्यौहारों की तैयारी में जुटे हुए हैं इसी बीच अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक बड़ी खबर आई है इंडियन इकॉनमी की ग्रोथ पर एक और एजेंसी ने पॉजिटिव रुख दिखाया है और भारत की इकॉनमी ग्रोथ रेट के अनुमान में इजाफा कर दिया है
आइए जानते हैं पूरी खबर इस पोस्ट में नमस्कार मैं हूं संदीप और आप पढ़ा रहे हैं बिस्क अमेरिकी क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने भारत के मीडियम टर्म के लिए भारत के विकास अनुमान को 0.7 फी बढ़ाकर 6.2 फ कर दिया है
पहले अनुमान 5.5 फ रखा गया था रोजगार की स्थिति में सुधार और कामकाजी आयु की आबादी में हल्की वृद्धि की संभावना को देखते हुए ग्रोथ अनुमान बढ़ाया गया है बता दें फिच ने मीडियम टर्म 2023 से 2027 को माना है
फिश ने भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को बढ़ाते हुए यह भी कहा है कि आने वाले समय में भारत की आर्थिक वृद्धि की संभावनाएं बेहतर है रेटिंग एजेंसी के अनुसार आने वाले दिनों में टॉप 10 उभरती अर्थव्यवस्थाओं में भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ रेट सबसे ज्यादा रहेगी
दूसरी ओर फिच ने 10 उभरते बाजारों के अनुमान को कम करके 4 फ कर दिया है यह पिछले 4.3 फ के अनुमान से कम है फिच के मुताबिक इसके पीछे की वजह चीन का कम पोटेंशियल ग्रोथ अनुमान है 10 उभरते बाजारों में चीन का वेटेज 57 फ है अगर चीन को इससे बाहर कर दिया जाए तो नौ भरते बाजारों के लिए जीडीपी वेटेज औसतन 3.2 फ हो सकता है
जबकि पहले इसके 3 फ पर रहने का अनुमान था ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हमने भारत और मेक्सिको में बड़े पैमाने पर अपग्रेड किया है
भारत का अनुमान 5.5 फ से बढ़कर 6.2 फ और मेक्सिको का ग्रोथ अनुमान 1.4 फ से बढ़ाकर 2 फ कर दिया गया है हालांकि फिश ने चीन के लिए अनुमान को 5.3 फ से कम करके 4.6 फ रूस के लिए 1.6 फ से कम करके 0 3.8 फ कोरिया के लिए 2.3 फ से घटकर 2.1 फ और दक्षिण अफ्रीका के लिए ग्रोथ अनुमान 1.2 फ से 1 फ कर दिया है
फिश ने कई देशों के लिए उच्च विकास अनुमान के लिए लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट्स में तेज उछाल को जिम्मेदार ठहराया है 2020 में इस दर में बड़ी गिरावट देखी गई थी वहीं भारत के लेबर प्रोडक्टिविटी पूर्व अनुमान में भी वृद्धि देखी गई है हालांकि फिश ने कहा है कि ताजा अनुमान ब्राजील और पोलैंड को छोड़कर सभी उभरते हुए 10 बाजारों के लिए उनके महामारी के पहले के अनुमानों से कम है
इससे पहले एक और बड़ी ग्लोबल एजेंसी एसएनपी ग्लोबल ने भारत पर भरोसा जताते हुए अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश आने वाले 7 साल में कमाल कर देगा और साल 2030 तक यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन सकता है वहीं एक दूसरी रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि 2047 तक भारत विकसित देश बन जाएगा
फिलहाल भारत 3.7 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और एसएनपी ग्लोबल के मुताबिक साल 2030 तक इसका आकार $300 अरब डलर तक पहुंच सकता है इस आंकड़े से जापान की जीडीपी भी पीछे रहेगी
एसएनपी ग्लोबल के मुताबिक जीडीपी 6.2 फ से 6.3 फ तक बढ़ने की उम्मीद है यानी इस लिहाज से मार्च 2024 में खत्म होने वाले वित्त वर्ष में भी भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई इकॉनमी बना रहेगा अगर आपको हमारे इस पोस्ट में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो शेयर जरूर करें साथ ही बिजनेस जत की खबरों से अपडेटेड रहने के लिए बने रहे हमारे साथ