दोस्तों हम आपको बता दे कि बच्चे और कहानी का एक अलग ही नाता है यह कहानी ही तो है जो ज्ञान प्राप्त करने का सबसे आसान और अच्छा तरीका जिसे बच्चे बड़े आसानी से ग्रहण कर लेते हैं।
Contents
- 1 50+ short stories in Hindi 2023 – बच्चों के लिए हिंदी में प्रेरक कहानियां।
- 1.1 एक राजा और रानी की कहानी।
- 1.1.1 कछुआ और खरगोश की दोस्ती
- 1.1.2 मित्रता का महत्व
- 1.1.3 एक सपना
- 1.1.4 संघर्ष से सफलता
- 1.1.5 6. परीक्षा का दिन
- 1.1.6 7. विद्या का महत्व
- 1.1.7 8. खुशियों की खोज
- 1.1.8 9. खरगोश और कछुआ की दोस्ती
- 1.1.9 10. संघर्ष और सफलता
- 1.1.10 11. सपनों का साहस
- 1.1.10.1 **आदर्श दोस्ती**
- 1.1.10.2 **सपनों का पालना**
- 1.1.10.3 **सफलता की उड़ान**
- 1.1.10.4 **सपनों का सफर**
- 1.1.10.5 **अपने सपनों की पुरी करने की कहानी**
- 1.1.10.6 **सपनों की उड़ान**
- 1.1.10.7 **सपनों का सफर**
- 1.1.10.8 **सपनों की ऊँचाइयों को छूने की कहानी**
- 1.1.10.9 **सपनों का सफर**
- 1.1.10.10 **परियों की कान**
- 1.1.10.11 **जादू की कहानी**
- 1.1.11 Related
- 1.1 एक राजा और रानी की कहानी।
बच्चों के लिए हिंदी में प्रेरक कहानियां।
बच्चे और कहानियों के बीच एक अलग ही अनोखे रिश्ते होते हैं यह कहानी तो ही है जो ज्ञान प्राप्त करने के लिए सबसे अच्छा तरीका माना जाता है बच्चे अपने नाना नानी के पास जाते हैं और वहां जाकर उन्हें राजा रानी परियों की कहानी सुनने के लिए बोलते हैं ऐसा तो नहीं हो सकता कि आज हमारे दादा-दादी है नाना-नानी दोबारा सुने जाने वाली कहानी ऐसा ही कुछ मजेदार शॉर्ट स्टोरी इन हिंदी (shorts stories in Hindi) लेकर आया हूं जिसे पढ़ने के बाद आप अपने बच्चों के मनोरंजन ही नहीं बल्कि उसे बहुत अच्छे सिख भी दे सकते हैं इसके अलावा अगर आप यूट्यूब पर बच्चों के लिए कहानियां या तो कार्टून स्टोरी ढूंढ रहे हैं तो बिल्कुल सही पोस्ट पर आए हैं यहां पर आपको 50 प्लस स्टोरी (50+ shorts stories ) मिलेगा वह भी हिंदी में।
बच्चों के लिए हिंदी में ज्ञान देने वाली कहानियां।
बच्चों को ज्ञान देने का सबसे सरल और अच्छा तरीका है कहानियों के माध्यम से क्योंकि बच्चे कहानी को और काफी अट्रैक्ट होते हैं जिसे हम उन्हें अच्छे-अच्छे कहानी बता सकते हैं ताकि उनके जीवन में अच्छे प्रभाव पड़े। यह कहानी ही तो है जो ज्ञान प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है बच्चे नाना-नानी या तो दादा-दादी के पास जाते हैं और वहां जाकर उन्हें राजा रानी परियों की कहानी सुनाने के लिए बोलते हैं बस वह कहानी में ज्ञान छुपे होते हैं बस इसी तरह की ज्ञान भरी कहानी आपके साथ लेकर आगे हैं जो आपके बच्चों को भी पसंद आए और उसे कुछ ज्ञान भी मिले।
कहानियों का महत्व क्यों है
कहानियों का महत्व हर समय रहते हैं क्योंकि हर उम्र के व्यक्ति कहानी को सुनना या पढ़ना पसंद करते हैं यही कारण है की स्टोरी का महत्व दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है कहानियां ना तो सिर्फ बच्चों को मनोरंजन करते हैं बल्कि उन्हें लुभाते भी है और कुछ सीख भी प्रदान करती है तो फिर देर किस बात की है आप भी अपने बच्चों के लिए शॉर्ट स्टोरी सुनाने के लिए लेकर आ गए हैं 50 प्लस शॉर्ट स्टोरी (50+ short stories in Hindi 2023) जो आपके और आपके बच्चों को भी पसंद आएंगे
50+ short stories in Hindi 2023 – बच्चों के लिए हिंदी में प्रेरक कहानियां।
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एक राजा और रानी की कहानी।
एक बड़े सुंदर और शांत राज्य में, जहां प्यार और सद्गुणों की खोज थी, वहां एक बड़ा आदर्श राजा नामक विक्रम और रानी नामक विद्या आबादी के शासनकाल में शांति और सुख का राज्य था।
राजा विक्रम बहुत ही न्यायप्रिय और दयालु थे, जबकि रानी विद्या समझदार और सुंदर थी। उनका प्यार आपसी समझ, सद्गुण और आपसी समरसता पर आधारित था।
एक दिन, राज्य के पास एक महान समस्या आई। राज्य के सीमाओं में एक बड़ा और भयंकर दुर्जन राक्षस आगया था। वह दुर्बलों को परेशान कर रहा था, और राजा विक्रम को इसे रोकने का निर्णय लेना पड़ा।
रानी विद्या, जो हमेशा ही अपने पति के साथ थी, उनसे बोली, “प्रिय पति, हमें इस दुर्जन राक्षस को परास्य करने का एक सामर्थ्यपूर्ण योजना बनानी चाहिए।”
राजा विक्रम ने उसकी सुझाव का स्वागत किया और उन दोनों ने एक योजना तैयार की। यह योजना कुछ समय के बाद कार्यान्वित हुई, जिसमें राजा और रानी एक साथ राक्षस के साथ मिलकर सबको परेशानी से मुक्त कर दिया।
इस दौरान, विद्या ने दिखाया कि वह केवल सुंदर नहीं बल्कि साहसी और बुद्धिमान भी हैं। उनका साथ मिलकर राजा विक्रम ने दुर्जन राक्षस को हराया और राज्य को सुखी और शांत बनाया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि प्यार और साथीता केवल सुंदरता पर नहीं, बल्कि साहस और बुद्धिमत्ता पर भी आधारित होता है।
राजा और रानी की कहानी हमें यह सिखाती है कि जब सबकुछ साथ मिलता है, तो कोई भी समस्या अद्वितीय और संभावना से हल हो सकती है।
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कछुआ और खरगोश की दोस्ती
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक बड़ा हीरा मिला। वो हीरा बहुत ही मूल्यवान था और जंगल के जानवर इसे पाने की कोशिश कर रहे थे। वह जंगल के कछुए और खरगोश के बीच में आ गिरा।
कछुआ और खरगोश ने हीरे के बारे में सुना और सोचा कि वे इसे मिलकर उसे बेच सकते हैं और फिर अमीर हो सकते हैं। वे मिलकर योजना बनाने लगे।
खरगोश ने कहा, “मुझे हीरे के पास जाने का अधिक अधिकार है, क्योंकि मैं तेज़ दौड़ सकता हूँ।“
कछुआ ने जवाब दिया, “लेकिन मैं हीरे की तलाश के लिए जल सकता हूँ और इसे पाने में मदद कर सकता हूँ।”
खरगोश और कछुआ मिलकर योजना बनाने लगे। वे तय कर लिया कि खरगोश हीरे के पास दौड़ेगा और कछुआ पानी के नीचे चला जाएगा और देखेगा कि कैसे हीरा आया है।
खरगोश शुरुआती धौंध में हीरे के पास पहुँचा, लेकिन वह बहुत ही थक गया था। इसलिए वह थम गया और आराम से विश्राम करने लगा।
इसके बाद, कछुआ अपने ध्यान को साकारात्मकता से बदल दिया और उसने हीरे की तलाश की। उसने बहुत मेहनत की, लेकिन आखिरकार वह हीरे को पाया।
खरगोश को पता चला कि कछुआ ने हीरे को पाया है और वह वापस आया। वे दोनों अब बेहद खुश थे क्योंकि वे हीरे को मिला ही था।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि मिलकर काम करने से हम अधिक सफल हो सकते हैं। खरगोश और कछुआ की दोस्ती ने इसे साबित किया कि साझा प्रयास हमें बड़े लाभ पहुंचा सकता है।
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मित्रता का महत्व
गाँव के दो छोटे-मोटे दोस्त, रामु और श्यामु, हर कदम पर साथ थे। वे दोनों बचपन से ही अच्छे दोस्त थे और हमेशा एक-दूसरे के साथ खेलते, पढ़ाई करते और अपनी हर छोटी-मोटी मुश्किल को साथ मिलकर दूर करते थे।
एक दिन, रामु के पास एक बड़ी खुशियों की खबर थी – वहाँ गाँव में एक बड़ा मेला आने वाला था। इस मेले में अनेक खिलौने, खाने के वस्त्र, और खेल थे। रामु ने खुशियों में अपने दोस्त श्यामु को बुलाया और मिलकर मेले की योजना बनाई।
मेले के दिन रामु और श्यामु मिलकर वहाँ पहुंचे। वे अपनी अंधाधुंध जोड़ियों के साथ खेले, अच्छा समय बिताया, और साथ ही साथ खाने का आनंद भी लिया।
मेले के बाद, वे अपने घर वापस आए और खुशी-खुशी अपने अंधाधुंध खिलौनों के साथ खेलने लगे। वे एक-दूसरे के साथ खुशियाँ और हंसी बाँटते रहे, जैसे हमेशा किया करते थे।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सच्ची मित्रता का महत्व होता है। दोस्ती से ही हम अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं और हर कठिनाई को आसानी से पार कर सकते हैं।
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एक सपना
रामेश, एक साधारण गाँव का लड़का, हमेशा से अपने मन में एक सपना देखता था। वह चाहता था कि वह एक दिन वैज्ञानिक बने और नई तकनीकों का अध्ययन करके दुनिया को बेहतर बना सके।
लेकिन उसके पास बड़े पैसे नहीं थे और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद गरीब थी। लेकिन रामेश ने कभी हार नहीं मानी और पढ़ाई में लग गया।
उसके मेहनत और संघर्ष ने उसे एक बड़े कॉलेज में एडमिशन मिलने में मदद की। वह वहाँ जा कर अपने सपने की ओर बढ़ने लगा।
समय बितते ही, उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक बड़ा वैज्ञानिक बना दिया। उसने नई तकनीकों का अध्ययन किया और वे तकनीकें विकसित की जिनसे लोगों के जीवन को आसानी हुई।
रामेश की कड़ी मेहनत और संघर्ष ने उसके सपने को हकीकत में बदल दिया और वह एक महान वैज्ञानिक बन गए। उसका सपना पूरा हुआ और उसने दुनिया को एक नया दिशा देने में मदद की।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सपने सच हो सकते हैं, अगर हम मेहनत और संघर्ष से उनकी पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध हों।
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संघर्ष से सफलता
राजीव एक छोटे से गाँव का लड़का था, जिसका सपना था कि वह एक दिन एक प्रमुख डॉक्टर बनेगा। लेकिन उसके पास काफी संघर्ष करने की आवश्यकता थी।
राजीव का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर था, और उन्होंने अपनी पढ़ाई के लिए कठिनाइयों का सामना किया। लेकिन वह हार नहीं माना।
उसने सफलता पाने के लिए दिन-रात मेहनत की, स्वास्थ्य और मेडिकल साहित्य की पढ़ाई की, और सपने की पूर्ति के लिए कितनी भी मुश्किलों का सामना किया
उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक अच्छे मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाया, लेकिन यहाँ भी उसका संघर्ष जारी रहा।
उसने कभी हार नहीं मानी और अपने सपने की पूर्ति के लिए लगातार कठिनाइयों का सामना किया। आखिरकार, वह एक प्रमुख डॉक्टर बन गए, और उसका सपना सच हुआ।
राजीव की कहानी हमें यह सिखाती है कि संघर्ष करने और मेहनत करने से हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
6. परीक्षा का दिन
राधिका के लिए आज एक महत्वपूर्ण दिन था – उसकी परीक्षा का दिन। वह रात भर पढ़ती रही थी और सुबह को उठकर तैयारी में व्यस्त थी।
परीक्षा के पेपर की ओर बढ़ते वक्त उसका मन बहुत बेचैन था। उसने कई रातों तक मेहनत की और अब वह उस परीक्षा की चिंता में थी।
परीक्षा हुई आरंभ हो गई, और राधिका ने अपनी सबसे अच्छी कोशिश की। लेकिन पेपर के अंत में, वह अपने उत्तरों को देखकर थोड़ी निराश हो गई।
घर लौटकर, वह अपने माता-पिता के पास बैठ गई और रोने लगी। उसने कहा, “मैंने अपनी सबसे अच्छी कोशिश की, लेकिन मेरा परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।”
उसके माता-पिता ने उसे आश्वासन दिया और कहा, “परीक्षा में सिर्फ अंक नहीं, बल्कि ज्ञान और सीखने का एक माध्यम होता है। तुमने अपनी मेहनत की है, और यही महत्वपूर्ण है।”
राधिका ने सोचा और समझा कि उसने सचमुच में अच्छी कोशिश की है। उसके माता-पिता के साथ उसका हौसला बढ़ा, और उसने अगले परीक्षा के लिए फिर से मेहनत करना शुरू किया।
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हालात कभी-कभी हमारे संघर्षों का परिणाम नहीं होते, और महत्वपूर्ण है कि हम मेहनत और स्थिरता से काम करते रहें और कभी न हारें।
7. विद्या का महत्व
रोहन एक गरीब परिवार से आया था, लेकिन उसमें विद्या के प्रति एक अद्भुत प्यार था। उसका सपना था कि वह एक दिन एक प्रमुख शिक्षाग्राहक बनेगा और अपने परिवार की स्थिति को सुधारेगा।
रोहन ने कई सारे संघर्षों का सामना किया, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। उसने अपनी पढ़ाई के लिए रात-रात भर मेहनत की और अच्छे अंक प्राप्त किए।
जब उसने एक प्रमुख शिक्षाग्राहक के रूप में अपने सपने को पूरा किया, तो उसका परिवार गर्व से भर गया। उसकी विद्या ने उसे न तो सिर्फ अच्छे काम का मौका दिलाया, बल्कि उसकी आर्थिक स्थिति को भी सुधारा।
रोहन की कहानी हमें यह सिखाती है कि विद्या का महत्व कितना महत्वपूर्ण है। यह हमें याद दिलाती है कि कठिनाइयों के बावजूद, हम अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं अगर हम मेहनत और समर्पण से काम करें।
8. खुशियों की खोज
राज के गाँव में एक छोटा सा लड़का रमेश रहता था। वह बहुत ही खुशमिज़ाज़ और उत्साही था, और उसकी आँखों में हमेशा ही खुशी की तलाश रहती थी।
एक दिन, रमेश ने अपने दोस्त संजय से पूछा, “क्या खुशी कहीं खोई होती है, या हमें इसे खुद ढूँढना पड़ता है?“
संजय मुस्कराया और कहा, “रमेश, खुशी वो नहीं है जो हम कहीं खोएंगे, बल्कि वो हमारे अंदर है। हमें अपनी खुशी की खोज नहीं करनी पड़ती, बल्कि हमें अपनी जीवन में उसका आनंद लेना पड़ता है।“
रमेश ने सोचा और फिर अपने दोस्त के साथ खेलने लगा। उसने अब समझा कि खुशी उसके द्वार है, और वह उसे अपने जीवन में हर दिन खोजने और मनाने लगा।
रमेश की कहानी हमें यह सिखाती है कि खुशी हमारे अंदर होती है, और हमें उसे खोजने की तलाश में बाहर नहीं जाना पड़ता है। हमें अपने जीवन के छोटे-छोटे पलों का आनंद लेना और खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए।
9. खरगोश और कछुआ की दोस्ती
बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक खरगोश और एक कछुआ आपस में मिले। वे दोनों अपने-अपने तरीके से जीवन जी रहे थे, लेकिन उनमें एक अद्वितीय दोस्ती की शुरुआत हो गई।
खरगोश बहुत तेज़ था, जबकि कछुआ धीमा और सावधान था। खरगोश खुशियों की तरफ बढ़ता था और कछुआ सोचवश करता था।
एक दिन, खरगोश ने कहा, “हम जीवन को और भी खुशीदें और मज़ेदार बना सकते हैं।”
कछुआ ने सोचा, “कैसे?”
खरगोश ने एक आदर्श दिया, “चलो, हम दोनों साथ मिलकर एक बड़ा साफ़ सड़क बनाते हैं, जिससे जंगल के अन्य जानवर आसानी से चल सकेंगे।“
कछुआ मान गया और वे दोनों मिलकर काम करने लगे। खरगोश ने सड़क के ऊपर काम किया और कछुआ ने सड़क के नीचे काम किया।
कई हफ्तों के बाद, जब सड़क तैयार हो गई, तो वे दोनों खुश थे। अब जंगल के अन्य जानवर आराम से जा सकते थे और सड़क की सहायता से उनका जीवन बेहतर हुआ।
खरगोश और कछुआ की दोस्ती से हमें यह सिखने को मिलता है कि साझा काम करने से हम अपने लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं और जीवन में खुशियों को बढ़ावा दे सकते हैं।
10. संघर्ष और सफलता
वीर एक छोटे से गाँव में पैदा हुआ था। उसका सपना था कि वह एक दिन एक प्रमुख वैज्ञानिक बनेगा। लेकिन उसके पास कम साधने थे और उसका परिवार बहुत गरीब था।
वीर ने कभी हार नहीं मानी और मेहनत करने का निर्णय लिया। वह जब भी फुर्सत पाता, वैज्ञानिक के बारे में पढ़ता और सीखता।
उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक बड़े कॉलेज में एडमिशन दिलाया, लेकिन यहाँ भी उसका संघर्ष जारी रहा। उसने कभी हार नहीं मानी और अपने सपने की पूर्ति के लिए कठिनाइयों का सामना किया।
अंत में, उसने अपने सपने को पूरा किया और एक प्रमुख वैज्ञानिक बन गए। वह नई तकनीकों का अध्ययन करके दुनिया के लिए नए उपाय ढूंढने में मदद करता रहा।
वीर की कहानी हमें यह सिखाती है कि संघर्ष करने और मेहनत करने से हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।
11. सपनों का साहस
अर्जुन एक छोटे से गाँव में रहता था, लेकिन उसके सपने बड़े थे। उसका सपना था कि वह एक दिन अपने गाँव का नाम रोशन करेगा।
उसके पास कम साधने थे, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। वह बड़ी मेहनत करता और अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए पढ़ाई में लग जाता।
अर्जुन ने अपने सपनों का पीछा किया और एक दिन वह एक प्रमुख वैज्ञानिक बने। उसने नई तकनीकों का अध्ययन किया और उन्हें अपने गाँव में लागू किया।
उसके योगदान से गाँव में बेहतर जीवन की संभावना बढ़ी, और वह अपने सपनों को पूरा करने का गर्व महसूस करता था।
अर्जुन की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों के पीछे पढ़ाई, मेहनत, और संघर्ष से ही सफलता प्राप्त होती है। अगर हमारी मेहनत में ईमान हो और हम सपनों के प्रति समर्पित रहें, तो हम कुछ भी कर सकते हैं।
**आदर्श दोस्ती**
राज और अर्जुन दो बचपन के दोस्त थे। वे हमेशा साथ खेलते और पढ़ाई करते थे। लेकिन उनकी दोस्ती में एक अद्वितीय बात थी – राज एक राजकुमार था और अर्जुन एक गाँव का छोटा सा लड़का।
राज के पास सभी सुख-सुविधाएँ थीं, लेकिन उसका दिल हमेशा अर्जुन के साथ था। उनकी दोस्ती में दोनों के बीच का प्यार और समझ थी।
जब दोनों बड़े हुए, तो उन्होंने एक साथ एक प्रकल्प शुरू किया। वे एक साथ काम करके अपने गाँव के लिए सुधार करने का सपना देखते थे।
उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें सफलता दिलाई और उन्होंने अपने गाँव को एक बेहतर स्थिति में ले जाया। उनकी दोस्ती और साथीपन से वे दोनों आपस में सबसे अच्छे दोस्त बने।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि दोस्ती कोई भी सम्बंध की नहीं, बल्कि यह आपके दिल के सच्चे इच्छा और समर्पण का परिणाम होती है।
**सपनों का पालना**
रजत एक गरीब गाँव के छोटे से लड़के थे। उनका सपना था कि वह एक दिन एक प्रमुख वैज्ञानिक बनेंगे और अपने गाँव का नाम रोशन करेंगे।
लेकिन उनके पास विद्या के लिए कम साधने थे। उनके माता-पिता ने भी उनके सपने का साथ दिया और उन्हें पढ़ाई के लिए उत्साहित किया।
रजत ने अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाया और दिन-रात मेहनत की। वह विज्ञान में मास्टर हो गए और अपने गाँव में वैज्ञानिक के रूप में मान्यता प्राप्त की।
उनके सपनों का पालना करके उन्होंने अपने गाँव का नाम रोशन किया और अपने परिवार को गर्वित किया।
रजत की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए उम्रदराज़ मेहनत करनी पड़ती है और साहस दिखाना पड़ता है। अगर हम अपने सपनों का पीछा करें और मेहनत से काम करें, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
**सफलता की उड़ान**
रवि एक छोटे से गाँव में पैदा हुआ था, लेकिन उसके सपने बहुत बड़े थे। उसका सपना था कि वह एक दिन एक विमान उड़ाएगा और आसमान में उड़कर दुनिया को देखेगा।
रवि के पास विमान बनाने के लिए कम साधने थे, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। वह जब भी फुर्सत पाता, विमानों के बारे में पढ़ता और सीखता।
उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक दिन एक खुद बनाए विमान के साथ दिखाने का मौका दिलाया। वह उड़कर आसमान में गया और अपने सपने को पूरा किया।
रवि की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए सिर्फ साधने ही काफी नहीं होते, बल्कि हमें अपने सपनों के पीछे अपने सपनों के लिए समर्पित रहने की भी आवश्यकता होती है। रवि ने अपने सपनों की उड़ान भरी और हमें यह दिखाया कि कुछ भी संघर्ष के बावजूद संभावना हो सकती है।
**सपनों का सफर**
रितिक एक छोटे से गाँव में पैदा हुआ था, लेकिन उसके सपने बहुत बड़े थे। उसका सपना था कि वह एक दिन एक प्रमुख डॉक्टर बनेगा और लोगों को स्वस्थ रहने में मदद करेगा।
लेकिन उसके पास डॉक्टर बनने के लिए कम साधने थे, और उसका परिवार भी बहुत गरीब था।
रितिक ने कभी हार नहीं मानी और मेहनत करने का निर्णय लिया। वह स्कूल जाने के लिए पाठशाला के लिए पैदल चलता, और अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए अपनी पढ़ाई में लग जाता।
उसने अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाया और एक दिन एक प्रमुख डॉक्टर बन गए। वह लोगों की बिमारियों का इलाज करके उनकी मदद करने लगे।
रितिक की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों की पूर्ति के लिए उम्रदराज़ मेहनत करनी पड़ती है और हमें अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहना चाहिए। अगर हम सपनों के पीछे लगते हैं और मेहनत से काम करते हैं, तो हम कुछ भी पा सकते हैं।
**अपने सपनों की पुरी करने की कहानी**
दीपक एक गरीब परिवार से था, लेकिन उसके पास एक सपना था – वह एक प्रमुख वैज्ञानिक बनना चाहता था।
दीपक के पास कम साधने थे, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। वह पढ़ाई में मेहनत करता और उसके सपने के पीछे लगा रहा।
अपनी मेहनत और संघर्ष के बावजूद, दीपक ने अपने सपने को पूरा किया और एक प्रमुख वैज्ञानिक बन गए। उन्होंने नए अनुसंधानों के माध्यम से विज्ञान को आगे बढ़ाया और दुनिया को नई तकनीकों का आश्चर्य करने का मौका दिया।
दीपक की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए आपकी मेहनत और संघर्ष का समर्पण चाहिए। अगर आपके पास इच्छा और संकल्प है, तो आप किसी भी सपने को हासिल कर सकते हैं।
**सपनों की उड़ान**
राजू एक गरीब परिवार से आता था, लेकिन उसके सपने बहुत बड़े थे। वह एक दिन पायलट बनना चाहता था।
राजू के पास पायलट बनने के लिए कम साधने थे, लेकिन उसकी आज़माइश कभी भी कम नहीं होती थी। वह अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाता और प्रतिदिन मेहनत करता था।
उसकी तय कदमी और अपने सपनों के प्रति अदृढ़ संकल्प ने उसे एक दिन पायलट बना दिया। उसने आसमान में उड़ान भरी और अपने सपनों को पूरा किया।
राजू की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत, संघर्ष, और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है। अगर हम अपने सपनों के पीछे लगते हैं, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
**सपनों का सफर**
रोहन एक छोटे से गाँव में पैदा हुआ था, लेकिन उसके सपने बहुत बड़े थे। उसका सपना था कि वह एक दिन एक प्रमुख इंजीनियर बनेगा और नए प्रोजेक्ट्स को हकीकत में बदलेगा।
लेकिन उसके पास इंजीनियर बनने के लिए कम साधने थे, और उसका परिवार भी बहुत गरीब था।
रोहन ने कभी हार नहीं मानी और मेहनत करने का निर्णय लिया। वह पढ़ाई में मेहनत करता और अपने सपनों के पीछे लगा रहा।
उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक दिन एक प्रमुख इंजीनियर बना दिया। उसने नए प्रोजेक्ट्स को सफलता की ओर ले जाया और दुनिया को अपने कौशल में प्यार मिला।
रोहन की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और संघर्ष की आवश्यकता होती है। अगर हम अपने सपनों के पीछे लगते हैं, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
**सपनों की ऊँचाइयों को छूने की कहानी**
रिता एक छोटे से गाँव में पैदा हुई थी, लेकिन उसके सपने बड़े थे। उसका सपना था कि वह एक दिन विशेषज्ञ वैज्ञानिक बनेगी और नई खोजों में सफलता पाएगी।
रिता के पास कम साधने थे, लेकिन उसने अपने सपनों को पूरा करने का निर्णय किया। वह हमेशा पढ़ाई में मेहनत करती और नई तकनीकों का अध्ययन करती।
उसका संघर्ष उसे एक दिन अपने सपनों की ओर बढ़ने का मौका दिलाया। वह नई खोजों के क्षेत्र में अपनी मान्यता प्राप्त करती है और विज्ञान के क्षेत्र में एक प्रमुख वैज्ञानिक के रूप में उच्च स्थान प्राप्त करती है।
रिता की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पित रहने और मेहनत करने की आवश्यकता होती है। अगर हम अपने सपनों की ओर बढ़ते हैं, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
**सपनों का सफर**
मोहित एक छोटे से गाँव में पैदा हुआ था, लेकिन उसके सपने बहुत बड़े थे। उसका सपना था कि वह एक दिन एक प्रमुख वैज्ञानिक बनेगा और नई खोजों में सफलता पाएगा।
मोहित के पास कम साधने थे, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। वह हमेशा पढ़ाई में मेहनत करता और अपने सपनों को पूरा करने के लिए समर्थन और उत्साह बरतता।
उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक दिन एक प्रमुख वैज्ञानिक बना दिया। उसने नए खोजों के क्षेत्र में अपनी मान्यता प्राप्त की और विज्ञान के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छूने का मौका पाया।
मोहित की कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए उम्रदराज़ मेहनत करनी पड़ती है और हमें अपने लक्ष्यों के प्रति समर्पण और आत्मविश्वास बरतना होता है। अगर हम अपने सपनों की ओर कदम बढ़ाते हैं, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
**परियों की कान**
एक समय की बात है, गाँव में दो दोस्त राज और मीरा रहते थे। वे बचपन से ही बेहद अच्छे दोस्त थे और हमेशा एक-दूसरे के साथ खेलते और पढ़ाई करते थे।
गाँव में एक दिन, एक पुरानी कहानी का चर्चा हो रहा था। इस कहानी में कहा जाता था कि परियों के कान बहुत बड़े होते हैं और वे किसी भी दूरी से सुन सकते हैं।
राज और मीरा को यह सुनकर हैरानी हुई। वे यह जानने के लिए उत्सुक हो गए कि क्या यह सच है। वे तय किया कि वे इस कहानी को जाँचेंगे।
राज और मीरा गाँव के पास एक जंगल में गए, जहाँ परियों की जगह परी-गुहाएँ थीं। वे वहाँ पहुँचकर चुपचाप बैठे और सोचने लगे कि क्या वे परियों के कान सुन सकते हैं।
कुछ दिनों तक वे गुहाओं के पास रहे और जगह-जगह परियों की बातों का इंतजार किया, लेकिन उन्हें कोई अनोखी बात नहीं सुनाई दी।
फिर राज और मीरा ने तय किया कि यह नहीं कानों की बड़ाई, बल्कि दोस्ती और भरोसा जिंदगी में सबसे महत्वपूर्ण होता है। वे गाँव लौटकर अच्छे दोस्त बने रहे और उनकी दोस्ती हमेशा अद्वितीय रही।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमारे दोस्तों के साथ हमारा संबंध हमारे दिल से होता है, न कि कानों से।
**जादू की कहानी**
एक गाँव में एक छोटे से लड़के का नाम विक्रम था। विक्रम की कहानी बहुत ही अद्वितीय थी, क्योंकि वह एक जादूगर के बेटे थे।
विक्रम के पिता का नाम मानवी था और वह गाँव का प्रमुख जादूगर थे। मानवी को जादू का बहुत अच्छा ग्यान था, और वह अपने बेटे विक्रम को भी जादू का सीखने में मदद कर रहे थे।
विक्रम ने अपने पिता के साथ बड़े दिल से जादू सीखा और उसने अपनी कला में महारत प्राप्त की। वह गाँव के लोगों के बीच में अपने जादू का प्रयोग करके खुश रहता था।
एक दिन, गाँव में एक बड़ा मुश्किल समस्या आई। गाँव के पास का पुल तुट गया और लोगों को गुज़रने के लिए कोई सुरक्षित रास्ता नहीं था।
विक्रम ने अपने पिता से सहायता मांगी और उन्होंने अपने जादू का प्रयोग किया। विक्रम ने अपने जादू की शक्ति का उपयोग करके तुरंत एक नया पुल बना दिया।
गाँव के लोग विक्रम की प्राकर्तिक आश्चर्य कर उठे और उन्होंने उसे “जादू का राजा” कहा।
विक्रम ने अपने जादू का उपयोग समस्याओं को हल करने में किया और गाँव के लोगों की मदद की। वह अपने पिता की उपदेशों का पालन करते हुए एक बड़े और प्रसिद्ध जादूगर बने।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सफलता के लिए मेहनत और संघर्ष के साथ-साथ, हमारे पास उपयोगी कौशलों का भी होना चाहिए। विक्रम ने अपने जादू कौशलों का सही तरीके से प्रयोग किया और अपने गाँव के लोगों की मदद की, जो एक महत्वपूर्ण सिख है।
**प्यासी कभी कीटन**
एक छोटे से गाँव में, जो कि जंगलों से घिरा हुआ था, एक प्यासी कीटन अपने बच्चों के साथ रहती थी। यह किसी बारिशी दिन की कहानी है, जब गाँव के जल स्रोत में पानी की कमी हो गई थी।
प्यासी कीटन ने बच्चों को सिखाया कि कैसे वे पानी की कमी के समय अपने आप को तंग करें और अपनी प्यास को बढ़ा दें। उन्होंने उन्हें यह भी सिखाया कि आपसी सहायता करना कितना महत्वपूर्ण है।
एक दिन, जब गाँव में पानी की और भी ज्यादा कमी हो गई, प्यासी कीटन और उसके बच्चे ने गाँव के लोगों की मदद करने का निर्णय लिया। वे मिलकर गाँव के लोगों को बताने लगे कि कैसे वे पानी की बचाव कर सकते हैं और बाकी के पानी को साझा कर सकते हैं।
गाँव के लोग इस सुझाव को मान लिया और सब एक साथ काम करने लगे। वे जल स्रोतों को साफ करने, पानी का सही ढंग से उपयोग करने, और बचे हुए पानी को सहेजने का प्रयास करने लगे।
इस प्रकार, गाँव के लोगों ने बचाव के तरीकों का सीखा और सहयोग का महत्व समझा। उन्होंने साथ मिलकर अपने जीवन को बेहतर बनाने का संकल्प लिया और प्यास को पर्याप्त ढंग से मिटाया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि साझा करने और सहायता करने का महत्व होता है, और हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए।
**चालाक लोगमें की कान**
एक छोटे से गाँव में एक लड़का नामक अर्जुन रहता था, जो कि बहुत ही चालाक और आलसी था। वह गाँव के अन्य बच्चों से हमेशा ही अलग था और कोई काम नहीं करना चाहता था। उसके माता-पिता चिंतित रहते थे क्योंकि वह पढ़ाई में भी बेहद लापरवाह था।
एक दिन, गाँव में एक विशेष व्यक्ति आया, जिसका नाम भोलू था। भोलू एक प्राचीन गुफा के राजा के दरबार में पूरे दिन काम करता था और वहाँ की ख़ज़ाने की कहानियों से भरपूर था।
अर्जुन ने देखा कि भोलू गाँव के लोगों के बीच में बड़ा पसंदीदा था, और वह उसकी दुकान पर लोगों की भरपूर ध्यान देने का काम कर रहा था। अर्जुन ने सोचा कि वह भी ऐसा ही कुछ कर सकता है और विशेष ध्यान पा सकता है।
वह भोलू के पास गया और कहा, “भोलू चाचा, मुझे आपके साथ काम करना है।”
भोलू हंसते हुए बोले, “क्यों, अर्जुन? तुम तो बड़े चालाक और आलसी हो।”
अर्जुन ने कहा, “हां, लेकिन मुझे अब कुछ सीखना है और सही दिशा में जाना है।”
भोलू ने अर्जुन को कुछ काम दिया और उसके साथ समय बिताने लगा। अर्जुन ने देखा कि भोलू बिना किसी स्ट्रेस या दबाव के काम करते थे, और वह हमेशा खुश रहते थे।
धीरे-धीरे, अर्जुन ने भोलू से ध्यानपूर्वक काम करने की कला सीखी और उसके माता-पिता के साथ बेहतर संबंध बनाए। उसने सीखा कि चालाकी से काम नहीं होता, बल्कि समझदारी और मेहनत से होता है।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि आलस्य और चालाकी से काम नहीं चलता, बल्कि समझदारी, मेहनत, और ध्यान से काम करना बेहतर होता है।
**आलस्य की कहानी**
एक समय की बात है, गाँव में एक लड़का नामक आलस्य रहता था। वह बहुत ही आलसी और काम चोर था। उसके माता-पिता बहुत परेशान रहते थे क्योंकि वह कभी भी किसी काम को समय पर पूरा नहीं करता था।
एक दिन, आलस्य के माता-पिता ने उससे बात की और कहा, “बेटा, हम बहुत परेशान हैं क्योंकि तुम अपने कामों में बहुत ही आलसी और लापरवाह हो।”
आलस्य ने उनकी बातों को ध्यान से सुना और सोचा कि वह कुछ बदलना चाहिए। उसने अपने माता-पिता से माफी मांगी और कहा, “माँ-पापा, मैं बदलने का प्रयास करूंगा।”
उसके माता-पिता ने उसकी इस निश्चय की सराहना की और उसे समझाया कि कामों को समय पर करना कितना महत्वपूर्ण है।
धीरे-धीरे, आलस्य ने अपने आलस्य को हराया और काम में मेहनत करने लगा। उसने समय पर काम करने का आदत डाली और अपने माता-पिता के साथ मिलकर गाँव के उन कामों में मदद की जो उन्हें साझा करने के लिए थे।
उसके माता-पिता बहुत खुश थे क्योंकि वे अब अपने बेटे में परिवर्तन देख रहे थे। आलस्य ने सीखा कि मेहनत और समय पर काम करना कितना महत्वपूर्ण है और वह अब एक सफल और सफल व्यक्ति बन गया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि आलस्य कभी भी सफलता की ओर नहीं ले जाता है, बल्कि मेहनत और समय पर काम करने से ही हम सफल हो सकते हैं।
**ईमानदार लोगों की महत्वपूर्ण कहानी**
एक समय की बात है, गाँव में एक बड़ा हीमानी व्यक्ति नामक रामेश रहता था। रामेश बड़ी ईमानदारी से अपने कामों का पालन करता था और गाँव के लोगों के बीच में उसकी आलोचना होती थी कि वह बहुत ही हीमानी है।
गाँव में एक समय ऐसा आया कि गाँव का पानी स्रोत सूख गया और लोगों को पीने के लिए पानी की कमी हो गई। लोग परेशान थे और उन्हें प्यास लग रही थी।
रामेश ने देखा कि गाँव के लोग परेशान हैं और उनकी मदद करने का विचार किया। उसने सोचा कि वह गाँव के लोगों के लिए पानी का आपूर्ति कैसे कर सकता है।
रामेश ने अपने कुछ बचे हुए पैसों का उपयोग करके गाँव के पास के एक सुरमा के स्रोत को सफाई और निर्माण काम के लिए अद्यतन किया। वह निरंतर काम करते रहे और खुद भी प्यासे थे, लेकिन वह ईमानदारी से काम करते रहे।
धीरे-धीरे, गाँव के पानी स्रोत को फिर से जीवनदानी बना दिया और लोगों को पानी की समस्या से राहत मिली। गाँव के लोग रामेश की मेहनत और ईमानदारी की सराहना करने लगे और उन्होंने उसे “ईमानदार पानी स्रोत वाला” कहा।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि ईमानदारी हमें सफलता की ओर ले जाती है। रामेश ने अपनी ईमानदारी से गाँव के लोगों की मदद की और उन्होंने एक महत्वपूर्ण सेवा प्रदान की, जिससे उन्होंने लोगों के दिलों में स्थान बनाया।
**मेहनती बिद्यार्थी की कहानी**
यह कहानी है एक मेहनती बिद्यार्थी की, जिसका नाम अर्जुन था। अर्जुन एक गरीब परिवार से था, लेकिन उसमें अदृढ़ संकल्प और शिक्षा के प्रति अद्भुत प्यास थी।
अर्जुन के पास कोई विशेष साधना नहीं थी, लेकिन उसकी आत्मा में शिक्षा के प्रति असीम उत्साह था। वह गाँव की छोटी सी पाठशाला में पढ़ता था और उसके पास सिर्फ एक पुरानी किताब थी।
अर्जुन ने हमेशा मेहनत करने का निर्णय लिया और रोज़ सुबह पाठशाला पहुँचता, अपनी पुरानी किताब के साथ। वह गरीब होने के बावजूद पढ़ाई में मेहनत करता और अपने शिक्षकों से सहायता मांगता।
अर्जुन की मेहनत और उत्साह ने उसे एक दिन एक सरकारी स्कॉलरशिप का मौका दिलाया। इससे उसका सपना अधिक उच्च शिक्षा प्राप्त करने का पूरा हुआ।
अर्जुन ने अपनी मेहनत, समर्पण, और अदृढ़ संकल्प की बदौलत विश्वभर में शिक्षा प्राप्त की और एक महान शिक्षाविद् बने। वह अब अपने गरीब परिवार की मदद करने में सक्षम थे और उन्होंने शिक्षा के महत्व को सबके सामने रखा।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि मेहनत और संकल्प से हम किसी भी लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं, चाहे हमारे पास कितनी भी साधनाएँ कम क्यों ना हों। अर्जुन ने अपनी मेहनत और प्यास के साथ अपने सपने को पूरा किया और हमें यह सिखाया कि शिक्षा हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है।
**सोने के अंडे देने वाली मुर्गी**
यह कहानी है एक गाँव की मुर्गी की, जिसे सोने के अंडे देने की खास क्षमता थी। गाँव के लोग इस मुर्गी को “सोनेवाली मुर्गी” कहकर पुकारते थे।
सोनेवाली मुर्गी ने हमेशा अंधेरे में अंडे दिये और वो सभी सोने के होते थे। इसके कारण, गाँव के लोग धन्य थे क्योंकि वे इन सोने के अंडों की मदद से अच्छी आय कमा सकते थे।
एक दिन, गाँव का दरबारी नामक बिरबल सुना कि इस गाँव में एक खास मुर्गी है जो सोने के अंडे देती है। वह दरबार में अपने मंत्रियों से इस मुर्गी को दिलवाने के लिए अद्वितीय योजना बनाई।
दरबार में एक विशाल मेला आयोजित किया गया और उसमें गाँव की सोनेवाली मुर्गी को भी प्रदर्शित किया गया। लोगों ने उसके सोने के अंडों को देखकर आश्चर्यचकित हो जाया और उसकी महत्वपूर्ण कदमों की प्रशंसा की।
इस दौरान, दरबारी ने अपने अंदरूनी आदमियों से यह कहवाया कि सोनेवाली मुर्गी को चुराकर लेजाया जाए और उसके सोने के अंडे हमारे लिए हो।
कुछ दिनों तक दरबारी के आदमी मुर्गी का पीछा किया, लेकिन सोनेवाली मुर्गी हमेशा सुरक्षित रहती थी। वह उन्हें धोखा देने में सफल नहीं हो सकी।
इस तरह, दरबारी की योजना फेल हो गई और सोनेवाली मुर्गी हमेशा के लिए अपने गाँव में सुरक्षित रही।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि ईमानदारी और मेहनत हमें हमेशा सुरक्षित रखती है, चाहे कोई भी चाल चले। सोनेवाली मुर्गी ने अपनी ईमानदारी के लिए अपने दरबारी के षड्यंत्रों को परास्त किया और हमें यह सिखाया कि ईमानदारी हमें सबसे महत्वपूर्ण गुण होने चाहिए।
Conclusion
दोस्तों बच्चों की जीवन में कहानी अहम भूमिका निभाती है इनके साथ ही एक आदर्श इंसान बनने में मदद करती है तो दोस्तों कहानी सबके जीवन में एक हम हिस्सा है जिसके चलते आज हम आपके लिए शॉर्ट्स स्टोरी इन हिंदी फॉर किड्स और उनके साथ मोरल शॉर्ट स्टोरी इन हिंदी लेकर आया हूं इन छोटे स्टोरी को पढ़ने के बाद इसे जरूर कुछ ना कुछ सीखे होंगे।
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